- अब सीधे बैंक खाते में हस्तांतरित की जाएगी प्रोत्साहन राशि
लखनऊ - आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के अन्तर्गत शत-प्रतिशत लाभार्थियों का आयुष्मान कार्ड बनाने को लेकर सरकार ने अनूठी पहल की है। इसके तहत समय-समय पर आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए विशेष अभियान चलाने के साथ ही कार्ड बनाने में सहयोग करने वाले फील्ड लेवल वर्कर्स को पांच रूपये प्रति कार्ड की दर से प्रोत्साहन राशि भी दी जा रही है।
प्रमुख सचिव चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण पार्थ सारथी सेन शर्मा का कहना है कि केन्द्र व राज्य सरकार की अतिमहत्वाकांक्षी योजनाओं में शामिल आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के अन्तर्गत आयुष्मान कार्ड बनाने की प्रगति में तेजी लाने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा निरंतर अभियान चलाये जा रहे हैं। इसी क्रम में आयुष्मान कार्ड की संख्या में वृद्धि के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए आशा कार्यकर्ताओं, एएनएम, पंचायत सहायक, कम्युनिटी हेल्थ आफिसर्स, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं अन्य विभाग के कर्मचारियों को पांच रूपये प्रति कार्ड की दर से प्रोत्साहन राशि का वितरण डीबीटी के माध्यम से सीधे खाते में किया जा रहा है। इसमें खास यह है कि अभी तक सिर्फ अभियान के दौरान ये प्रोत्साहन राशि दी जाती थी जबकि अब हर कार्ड बनाने में सहयोग करने पर यह राशि मिलेगी । चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा आयुष्मान कार्ड बनाने में सहयोग करने वाले फील्ड लेवल वर्कर्स का बैंक विवरण एकत्रित कर उनके खाते में डीबीटी के माध्यम से प्रोत्साहन राशि हस्तांतरित की जा रही है। अब तक प्रदेश में आयुष्मान कार्ड बनाने वाले फील्ड लेवल वर्कर्स को 30 लाख रूपये का भुगतान किया जा चुका है। भविष्य में भी चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए चलाये जाने वाले अभियानों में सहयोग करने वाले विभिन्न विभागों के फील्ड लेवल वर्कर्स को प्रोत्साहन स्वरूप पांच रूपये प्रति कार्ड की दर से प्रोत्साहन राशि दी जायेगी। सरकार की इस पहल से न सिर्फ आयुष्मान भारत योजना लाभार्थियों का फायदा होगा अपितु फील्ड स्तर पर अच्छा कार्य करने वाले कर्मचारियों को अतिरिक्त आय के स्रोत का साधन भी प्राप्त होगा। सरकार का प्रयास है कि आयुष्मान कार्ड से वंचित सभी लाभार्थियों को शीघ्र से शीघ्र आयुष्मान कार्ड वितरण का कार्य पूरा कर लिया जाये।