नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर दी जा रहीं किशोर-किशोरी शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य सेवाएं



हरदोई - स्वास्थ्य विभाग के तत्वावधान एवं  स्वयंसेवी संस्था पॉपुलेशन सर्विसेज इन्टरनेशनल (पी.एस.आई.) इंडिया के सहयोग से एडोलसेंट  फ्रेंडली हेल्थ सर्विसेज विषय पर एक दिवसीय  प्रशिक्षण कार्यक्रम मुख्य चिकित्साधिकारी सभागार में आयोजित हुआ। प्रशिक्षण कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए शहरी राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनयूएचएम) के नोडल अधिकारी डा. समीर वैश्य द्वारा बताया गया कि किशोरावस्था में किशोर एवं किशोरियों में कई तरह के बदलाव होते हैं जो उनके मन को भी प्रभावित करते हैं। उनके मन में  इन परिवर्तन को लेकर कई तरह के प्रश्न एवं जिज्ञासाएँ होती हैं जिनका सही निराकरण बहुत जरूरी होता है। यह निराकरण काउंसलिंग के माध्यम से किया जा सकता है जिससे कि वह समस्याओं को छिपाएं नहीं बल्कि अपने परिवार से खुलकर बात करें और आने वाले समय में समस्याओं से बच सकें। मानसिक स्वास्थ्य पर कोई विपरीत प्रभाव न पड़े इसके लिए आवश्यकता पड़ने पर वह चिकित्सक और काउंसलर से भी संपर्क कर सकें।

इस अवसर पर एनयूएचएम के  शहरी स्वास्थ्य समन्वयक आशीत श्रीवास्तव ने बताया कि समस्त नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर प्रत्येक माह की आठ तारीख को किशोर- किशोरी स्वास्थ्य दिवस मनाया जाता है जिसमें वह अपनी समस्याओं को खुलकर बताते हैं और उनका उचित समाधान किया जाता है। इस दिन किशोर-किशोरियों को काउंसलिंग के साथ-साथ क्लीनिकल सेवाएं भी दी जाती हैं।

कार्यशाला में पीएसआई इंडिया के मैनेजर प्रोग्राम धर्मेंद्र सिंह ने भी अपने विचार रखे। प्रशिक्षण में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी, यूपीटीएसयू के प्रतिनिधि, लॉजिस्टिक मैनेजर किंदर लाल उपस्थित रहे।