युवा दंपति को बेहतर सेहत का ‘आशीर्वाद’



  • विश्व जनसंख्या दिवस पर सभी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर चलाया जाएगा यह अभियान
  • नवदंपति की काउंसिलिंग एवं जांच होगी व उच्च जोखिम वाली गर्भवती की पहचान की जाएगी  

लखनऊ - एक साल के अंदर विवाहित हुए युवक-युवतियों से परिवार नियोजन पर संवाद करने के लिए स्वास्थ्य विभाग आशीर्वाद अभियान शुरू करने जा रहा है। यह विभाग का अनूठा प्रयोग है जो पहली बार होने जा रहा है। यह अभियान विश्व जनसंख्या दिवस (11 जुलाई) पर प्रदेश के सभी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर चलाया जाएगा। अभियान के तहत नवदंपति को गर्भावस्था के दौरान होने वाले संभावित खतरों से बचाव के लिए सावधानी और जांच का परामर्श दिया जाएगा। इसके अलावा उच्च जोखिम वाली गर्भवती (एचआरपी) की पहचान की जाएगी और उनका फालोअप किया जाएगा।  

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की मिशन निदेशक ने प्रदेश के सभी सीएमओ को इस संबंध में निर्देश जारी किए हैं। पत्र में कहा गया है कि प्रदेश में 25 से 35 प्रतिशत आबादी युवा वर्ग की है। सही मायने में इसी वर्ग को विवाह की सही उम्र, स्वास्थ्य, सामंजस्य, पोषण और परिवार नियोजन के आधुनिक साधनों को अपनाते हुए परिवार नियोजन की सही प्लानिंग के बारे में मार्गदर्शन की जरूरत है।

पत्र के अनुसार आशीर्वाद अभियान के तहत आशा कार्यकर्ता नवविवाहित दंपति की लिस्ट तैयार करने के साथ शगुन किट मिली है या नहीं, की जानकारी दर्ज करेंगी। इन दंपति की हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर निर्धारित जांच होगी और शगुन किट प्रदान की जाएगी। महिला की लम्बाई और वजन की नाप ली जाएगी। ब्लड प्रेशर, खून, हीमोग्लोबिन और शुगर की जांच की जाएगी। जाँच रिपोर्ट के आधार पर भविष्य में संभावित एचआरपी से बचाव के लिए एनीमिया, डायबिटीज, उच्च रक्तचाप, न्यूट्रीशन के बारे में परामर्श प्रदान किया जाएगा। गर्भ का पता लगाने के लिए पेशाब की भी जांच होगी।

हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर आने वाली महिलाओं को शादी के दो साल बाद ही बच्चे की योजना बनाने के बारे में काउंसिलिंग की जाएगी और परिवार नियोजन के आधुनिक साधनों से सुसज्जित बास्केट ऑफ़ च्वाइस के बारे में जानकारी दी जाएगी। जांच में गर्भवती पाए जाने पर प्रसव पूर्व जांच की सेवा देने के साथ टेलीकंसल्टेशन किया जाएगा। नवदंपति का एक माह बाद फालोअप किया जाएगा और परिवार नियोजन साधनों की निरन्तरता बनाए रखने पर ध्यान दिया जाएगा। खुशहाल परिवार दिवस पर इन दंपति को हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर लाया जाएगा ताकि समुदाय को आवश्यक लाभ मिल सके।

गौरतलब है कि राज्य सरकार द्वारा ऐसे दंपति को शगुन किट पहले से ही प्रदान की जा रही है, जिसमें सौन्दर्य प्रसाधनों के अलावा परिवार नियोजन के साधन और उस बारे में मार्गदर्शिका भी होती है। आशा कार्यकर्ता शादी के तुरंत बाद शगुन किट प्रदान करने के साथ जरूरी परामर्श भी प्रदान करती हैं। इसके अलावा हर माह की 21 तारीख को स्वास्थ्य इकाइयों पर खुशहाल परिवार दिवस का आयोजन किया जाता है। इस मौके पर भी नवविवाहित दंपति को शगुन किट प्रदान करने के साथ ही परिवार नियोजन सेवाएं अपनाने के लिए प्रेरित किया जाता है।