- विभागीय अधिकारियों व टेक्निकल सपोर्ट यूनिट की समीक्षा बैठक
लखनऊ - उत्तर प्रदेश राज्य एड्स नियंत्रण सोसायटी कार्यालय में सोमवार को अपर परियोजना निदेशक डॉ. हीरा लाल की अध्यक्षता में विभागीय अधिकारियों और टेक्निकल सपोर्ट यूनिट के प्रतिनिधियों की बैठक हुई। बैठक में सोसायटी के कार्यों की समीक्षा की गयी। इस दौरान डॉ. हीरा लाल ने राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण कार्यक्रम के अन्तर्गत जारी किए गए वार्षिक स्कोर कार्ड पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि सभी के सामूहिक प्रयास से ही एचआईवी/एड्स नियंत्रण कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश को अव्वल बनाया जा सकता है।
डॉ. हीरा लाल ने बताया कि उत्तर प्रदेश राज्य एड्स नियंत्रण सोसायटी ने अधिकतर सूचक बिंदुओं पर संतोषजनक कार्य किया है। सोसायटी द्वारा प्रदेश में एचआईवी/एड्स एक्ट के प्रावधानों के अनुरूप राज्य स्तरीय नियमावली अधिसूचित करा ली गयी है और लोकपाल भी नियुक्त किए गए हैं। सोसायटी द्वारा नेशनल एड्स कंट्रोल आर्गनाइजेशन (नाको) के निर्देशानुसार नियमित अंतराल पर राज्य एड्स परिषद की बैठक कराकर शासन के समक्ष विभिन्न प्रस्ताव भी पास करवाए हैं, जिससे एचआईवी संक्रमितों को अधिक से अधिक लाभ पहुंचाया जा सके।
डॉ. लाल ने कहा कि प्रिजन इंटरवेंशन प्रोग्राम के अन्तर्गत सोसायटी द्वारा तय लक्ष्यों के सापेक्ष शत-प्रतिशत कवरेज किया गया है और आम जनमानस में भी पर्याप्त एचआईवी परीक्षण किया जा रहा है। वित्तीय वर्ष 2022-23 में 95 प्रतिशत से अधिक एचआईवी संक्रमितों को एआरटी से लिंक किया गया है। सोसायटी द्वारा एचआईवी/एड्स क्षेत्र में शोध कार्य हेतु प्रदेश में चार प्राथमिकता वाले क्षेत्रों को चिन्हित कर प्रोजेक्ट दिए गए हैं। इसके साथ ही प्रचार-प्रसार गतिविधियों को और अधिक लोगों तक पहुंचाने के लिए सोशल मीडिया का भरपूर इस्तेमाल किया जा रहा है। डॉ. हीरा लाल ने बताया कि उत्तर प्रदेश राज्य एड्स नियंत्रण सोसायटी द्वारा लगातार सोशल मीडिया के माध्यम से एचआईवी/एड्स के बारे में जागरुकता फैलाने की कोशिश जारी है। उन्होंने नाको भारत सरकार द्वारा जारी स्कोरकार्ड में खराब प्रदर्शन वाले क्षेत्र में काम किए जाने के लिए सोसाइटी अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए और साप्ताहिक समीक्षा किए जाने की बात कही।