लखनऊ - मोबाइल वाणी के तत्वावधान में यहां बांसमंडी के एक होटल में दो दिवसीय कार्यशाला का आरंभ किया गया। कार्यशाला में दिल्ली से आए ग्राम वाणी संस्था के डायरेक्टर सुल्तान अहमद ने विस्तार पूर्वक संस्था और उसके अंतर्गत चलने वाली मोबाइल वाणी के बारे में प्रतिभागियों को जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मोबाइल वाणी का उद्देश्य है कि ज्यादा से ज्यादा सामुदायिक रिपोर्टर तैयार किए जाएं ताकि वह आसानी से अपनी समस्याओं और सफलताओं को लोगों के सामने रख सकें।
मोबाइल वाणी के सुल्तान अहमद ने यूपी मोबाइल वाणी का नम्बर 92 6661 6111 बताते हुए श्रोताओं से अपील की कि वह भी इस नंबर पर मिस कॉल देकर अपनी बात कहें भी और दूसरों की कही बातों को भी सुनें।
उन्होंने यह भी बताया कि लोगों को अपने अधिकार को पहचानना होगा और इन्हीं सारी जानकारियों को देने के लिए मोबाइल वाणी का एक प्लेटफार्म बनाया गया है ताकि लोग अपनी बात न केवल मोबाइल वाणी के प्लेटफार्म पर दूसरों तक पहुंचा सके बल्कि वह सरकार की योजनाओं की जानकारी भी ले सकें और उससे लाभान्वित होकर अपने जीवन शैली को कुछ बेहतर कर सकें।
उत्तर प्रदेश के 11 जनपदों मिर्जापुर, बनारस, बहराइच, गाजीपुर, बांदा, हमीरपुर, चित्रकूट, लखनऊ, बलरामपुर, श्रावस्ती और बस्ती जिलों से आए प्रतिभागियों ने अपना-अपना परिचय देते हुए अपनी समस्याओं को भी एक्सपर्ट के सामने रखा।
प्रतिभागियों ने कहा कि जब हम लोगों को उनके अधिकार के बारे में बताने जाते हैं तो वह कहते हैं कि इससे आपको क्या मिलेगा? हम आपके सामने अपनी बात क्यों रखें? आप कौन लोग हैं?
गाजीपुर से आए एक प्रतिभागी उपेंद्र कुमार ने बताया कि हम लोगों से भी पहले इस प्रकार के प्रश्न किए जाते थे लेकिन जब लोगों को हमसे लाभ मिलने लगे तो वही लोग अब सरकारी स्कीमों का फायदा दूसरों तक भी पहुंचा रहे हैं।
रांची से आए राजीव रंजन ने प्रतिभागियों को एक शब्द देकर उनसे कहानियां बनाना सिखाया और यह बताया कि शब्दों को यदि आपस में जोड़ा जाए तो कैसे अच्छी कहानी बन सकती है। इस एक्सरसाइज का उद्देश्य था कि यह लोग अपने-अपने क्षेत्रों में जाकर अपनी कहानियों और खबरों के माध्यम से सकारात्मक बदलाव अपने समाज में ला सकें।