जिले मे सात अगस्त से चलेगा मिशन इंद्रधनुष 5.0 अभियान



  • ग्यारह तरह की बीमारियों से बचाने वाले लगाए जायेंगे टीके
  • तीन चरणों में चलेगा 5.0 अभियान, माइक्रोप्लान तैयार

बाराबंकी  - जनपद में राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस एवं सघन मिशन इंद्रधनुष 5.0 अभियान आगामी सात अगस्त से शुरू होगा। इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए मुख्य चिकित्साधिकारी डा अवधेश कुमार यादव की अध्यक्षता में एक प्रेसवार्ता का आयोजन आरसीएच हाल में  किया गया। प्रेस वार्ता के दौरान सीएमओ ने बताया कि जिले में 07 अगस्त से तीन चरणों में मिशन इंद्रधनुष अभियान चलाया जायेगा। नियमित टीकाकरण को गति देने के उद्देश्य से संचालित इस अभियान की सफलता को लेकर विभागीय स्तर से जरूरी तैयारियां की गई हैं। इस दौरान शून्य से पांच साल तक के बच्चों का टीकाकरण होगा। साथ ही गर्भवती को छूटे हुए टीके भी लगाए जाएंगे।

जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा राजीव सिंह ने बताया कि मिशन इन्द्रधनुष अभियान को लेकर आशा कार्यकर्ता घर-घर भ्रमण कर सर्वे के दौरान एक साल से छोटे 93556 बच्चे, 01 से 02 साल तक 89409 बच्चें व 02 से पांच साल तक 283486 बच्चों को चिन्हित किया है। इसमें से 24335 बच्चें पिछले वर्ष के लाभार्थी हैं। टीकाकरण के लिए कुल 2118 सत्रों का आयोजन किया जायेगा। उन्होने बताया कि अभियान के सफल संचालन के लिए आईएमए, रोटरी क्लब, धार्मिक नेताओ, प्रधानों सहित अन्य गणमान्य लोगों से सम्पर्क कर सहयोग करने की अपील की गई है। इसके अलावा कार्यक्रम को लेकर माइक्रोप्लान तैयार किया गया है।

जिला प्रतिरक्षण अधिकारी बताया कि मिशन इन्द्रधनुष कार्यक्रम नियमित टीकाकरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से काफी महत्वपूर्ण है। इस अभियान के तहत शून्य से 05 वर्ष तक के बच्चों को टीबी, काली खांसी, गलाघोटू, पीलिया, डायरिया, निमोनिया, खसरा, रूबेला, टिटनेस जैसी बीमारियों से बचाव टीकाकरण किया जायेगा। उन्होंने बताया मिशन इन्द्रधनुष 5.0 के तहत जिला भर में पहले चक्र का अभियान 07 से 12 अगस्त, इसके बाद 11 से 16 सितम्बर एवं 09 से 14 अक्टूबर तक तीसरे व अंतिम चक्र के टीकाकरण अभियान का संचालन किया जायेगा। इस अभियान के तहत 02 वर्ष उम्र तक के बच्चों व गर्भवती को शत-प्रतिशत टीकाकरण का किया जायेगा।

अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा० डीके श्रीवास्तव ने बताया कि अभियान के दौरान ईट- भट्ठों और निर्माण साइटों पर रहने वाले परिवारों के टीकाकरण पर जोर दिया जायेगा। क्योंकि इन दोनों स्थानों पर रहने वाले परिवार एक से दूसरे जगह स्थानांतरित होते रहते हैं। इसलिए सामान्य अभियान के दौरान इनके छूटे जाने की आशंका बनी रहती है। टीकाकरण न होने वाले या फिर आंशिक टीकाकरण वाले बच्चों को अभियान के तहत ग्यारह तरह की बीमारियों से बचाने वाले टीके लगाए जायेंगे।

इस दौरान अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा डीके श्रीवास्तव, उप मुख्य चिकित्साधिकारी डा आफताब, उप मुख्य चिकित्साधिकारी डा सुरेन्द्र कुमार, यूनिसेफ प्रतिनिधि नितिन खन्ना, डब्लू एच ओ प्रतिनिधि डा उपान्त सहित प्रिंट व इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के प्रेस प्रतिनिधि मौजूद रहे।