- प्रदेश के 27 जिलों में फाइलेरिया का मॉपअप राउंड शुरू
- छूटे हुए लोगों को दो सितंबर तक खिलाई जायेगी दवा
लखनऊ - फाइलेरिया उन्मूलन के लिए मंगलवार से मॉपअप राउंड शुरू हो रहा है, जो कि दो सितंबर तक चलेगा। इस दौरान 'सर्वजन दवा सेवन' अभियान के तहत लोगों को घर-घर जाकर फाइलेरिया से बचाव की दवा खिलाई जाएगी।
अपर निदेशक, मलेरिया डॉ भानु प्रताप सिंह कल्याणी ने बताया कि प्रदेश के 27 जिलों में 10 अगस्त से फाइलेरिया से बचाव की दवा खिलाई जा रही थी। इस दौरान किन्हीं कारणों से छूटे लोगों को अब मापअप राउन्ड के तहत यह दवा खिलाई जाएगी। अब तक छह करोड़ से अधिक लोगों ने दवा का सेवन कर लिया है। उन्होंने बताया कि फ़ाइलेरिया एक लाइलाज बीमारी है लेकिन इसका कोई इलाज नहीं लेकिन इससे बचाव किया जा सकता है। संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए हर व्यक्ति को फ़ाइलेरिया से बचाव की दवा ज़रूर खाना चाहिए। फाइलेरिया को हाथीपांव भी कहते हैं, यह मच्छर के काटने से होता है। यह व्यक्ति को कमज़ोर और दिव्यांग करने वाली बीमारी है। फाइलेरिया शरीर के लटके हुए अंगों जैसे पैर, हाथ, अंडकोश और स्तन को प्रभावित करता है।
व्यक्ति में मच्छर के काटने से संक्रमित होने के बाद बीमारी के लक्षण प्रकट होने में 10-15 साल लग जाते हैं। यह बीमारी ज्यादातर बचपन में लोगों को प्रभावित करती है। यह दवा खाली पेट न खाएं और इसको स्वास्थ्य टीम के सामने ही खाएं।