- योगी सरकार में स्वास्थ्य सेवाओं का तेजी से हो रहा है कायाकल्प
- उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने किया निरीक्षण
- नगरीय क्षेत्र के अस्पतालों पर मरीजों का बोझ होगा कम
प्रयागराज। यूपी में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए योगी सरकार निरंतर प्रयास कर रही है। सरकारी चिकित्सा सुविधाओं का लाभ आम आदमी तक पहुचे इसके लिए सरकार ने प्रयागराज शहर में एक तरफ जहां सरकारी अस्पतालों का विस्तार कर उन्हें अधिक संसाधन उपलब्ध करा रही है तो वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में भी इसका विकास हो रहा है।
प्रयागराज के भगवतपुर में सरदार बल्लभ भाई पटेल अस्पताल बनकर तैयार है। 100 बेड के इस अत्याधुनिक सुविधा युक्त अस्पताल का उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने बताया कि योगी सरकार की तरफ से पिछले कुंभ में इसकी आधारशिला रखी गई थी जो अब बनकर तैयार है। प्रयागराज के सीएमओ डॉ. आशु पांडेय ने बताया कि इस अस्पताल में 16 डॉक्टरों की तैनाती है, जिसमें फिजिशियन, नेत्र, अस्थि, बाल रोग, गॉयनी आदि विशेषज्ञ शामिल है। इसके अलावा यहां 15 पैरा मेडिकल स्टाफ भी नियुक्त किया गया है। यहां पर 100 बेड हैं और सभी बेड पर ऑक्सीजन की भी व्यवस्था है। एक्सरे और पैथालॉजी की सुविधा भी है। अस्पताल में दो अक्तूबर तक मरीज भर्ती करने की तैयारी की जा रही है।
प्रयागराज में नगरीय क्षेत्रों में सरकारी अस्पतालों का नेटवर्क है। मंडल के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल में राज्य सरकार ने सुपर स्पेशलिटी विंग की शुरुआत की है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने यहाँ 200 बेड के सुपर स्पेशलिटी ब्लाक का लोकार्पण किया था । मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में ₹7.5 करोड़ की लागत की प्रदेश की पहली राजकीय कोबोस लैब की सौगात दी गई जिससे प्रतिदिन कोविद के 1200 टेस्ट किये जा सकते हैं। इसी अस्पताल में नए ट्रामा सेंटर का भी निर्माण कराया गया। शहर में काल्विन और तेज बहादुर सप्रू राजकीय अस्पतालों में भी सरकार ने वार्ड की संख्या में इजाफा करते हुए जांच की अत्याधुनिक मशीने लगवाई।