नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और आसपास के इलाकों में दिवाली से पहले ही प्रदूषण खराब से बेहद खराब श्रेणी में पहुंच गया है। आलम यह है कि दिल्ली-एनसीआर का इलाका प्रदूषण की सफेद चादर में लिपटा नजर आ रहा है। वायु प्रदूषण की वजह से लोगों को सांस लेने में परेशानी हो रही है और आंखों में जलन की शिकायत देखने को मिल रही है। ऐसे में सांस के मरीजों को लिए आफत खड़ी हो गई है। डॉक्टरों ने ऐसे लोगों को घर में ही रहने की सलाह दी है। वहीं दिल्ली में कल यानी रविवार को एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 300 का आंकड़ा पार गया।
दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की मानें तो ऐसे हालात 157 दिन बाद बने हैं। इससे पहले 17 मई को दिल्ली में प्रदूषण इस श्रेणी में देखा गया था। उस समय एक्यूआई 336 दर्ज किया गया था, जबकि रविवार को यहां आंकड़ा 313 रहा। जानकारी के अनुसार दिल्ली के लगभग सभी इलाकों में एक्यूआई का स्तर खराब श्रेणी में पहुंचा हुआ है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की तरफ जारी क्वालिटी बुलेटिन के अनुसार रविवार को एक्यूआई नोएडा का 304, फरीदाबाद का 322, गाजियाबाद का 246, ग्रेटर नोएडा का 354 और गुरुग्राम का 255 दर्ज किया गया है ।
एक रिपोर्ट के अनुसार अगले कुछ दिनों तक वायु गुणवत्ता बहुत खराब श्रेणी में बने रहने की संभावना है। इसकी प्रमुख वजह टेंपरेचर में गिरावट और दिल्ली से सटे राज्यों में किसानों द्वारा पराली जलाना है। आपको बता दें कि सरकार की लाख कोशिश के बाद में हरियाणा, पंजाब और वेस्ट में पराली जलाने के मामले कम नहीं हो पा रहे हैं, जिसकी वजह से दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण का स्तर काफी बढ़ जाता है। दिल्ली में बढ़ते एक्यूआई पर पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली में ग्राप का दूसरा चरण लागू कर दिया गया है। ये अच्छे से लागू हो इसके लिए संबंधिक विभाग के अधिकारियों की दिल्ली सचिवालय में बैठक बुलाई गई है जिससे कार्य योजना बनाई जा सके।