दीपोत्सव पर नया विश्व रिकॉर्ड बनाने के लिए हम तैयार : प्रो. प्रतिभा गोयल



  • प्रभु श्रीराम के प्रति सर्मपण की भावना से हम सभी कर रहे हैं कार्य
  • 51 घाटों पर 25 लाख दीए जलाएंग 25 हजार वालंटियर

अयोध्या। दीपोत्सव की तैयारियों को लेकर डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो प्रतिभा गोयल ने पत्रकार वार्ता  के दौरान कहा कि विश्वविद्यालय इसबार भी दीपोत्सव में नया विश्व रिकार्ड बनाने के लिए तैयार है। उन्होनें बताया कि इस बार दीपोत्सव स्थल का विस्तार किया गया है। राम की पैड़ी से लेकर चौधरी चरण सिंह घाट तक दिए जलाए जाएंगे। पिछली बार 15 लाख 7 हजार दीप जलाकर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया गया था, इस बार सीएम योगी ने 21 लाख दिए जलाने का लक्ष्य दिया है। जहाँ पर 21 लाख दिए जलाने के लिए 25 लाख दिए बिछाए जाएंगे। हमें पूरा विश्वास है अवध विश्वविद्यालय जिला प्रशासन के सहयोग से इस लक्ष्य को प्राप्त कर लेगा और फिर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनेगा। 51 घाटों पर दिए जलाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि राम की पैड़ी से लेकर चौधरी चरण सिंह घाट तक दिए जलाए जाएंगे, 25000 वालंटियर दिए जलाएंगे। विश्वविद्यालय समेत विभिन्न महाविद्यालयो, स्वयंसेवी, धार्मिक संस्थाओं के वालंटियर, प्रतिभाग करेंगे।

उत्साह के साथ बच्चे दीपोत्सव पर्व मे भाग लेते हैं, दीपोत्सव से बच्चों अंदर सांगठनिक क्षमता उभर कर सामने आती है, कैसे टीम वर्क में काम करना है अनुशासन सीखते है कैसे इवेंट को सफलतापूर्वक पूर्ण करना है, इन सभी चीजों का संचार बच्चों के अंदर उभर कर आता है। दीपोत्सव में अच्छा कार्य करने की भावना है। प्रभु राम के प्रति सर्मपण की भावना है। इन्हीं सब भावनाओं से हम सभी कार्य कर रहे।

उन्होनें बताया कि 18.5 लाख दीपों का संग्रह विश्वविद्यालय में अभी तक कर लिया गया है। उनके द्वारा बताया गया दीपोत्सव में प्रवेश हेतु इस बार जिला पास जिलाप्रशासन द्वारा निर्गत कराया जायेगा साथ ही पास पर क्यूआर कोड व दीपोत्सव का लोगो भी लगा होगा जिससे फर्जी पास पर प्रवेश की संभावनाओं को रोका जा सके। साथ ही उनके द्वारा दीपों के आकार के बारे में बताया गया कि दीपों का आकार 40 एमएल का होगा जिसमें 25 से 30 एमएल तेल भरना सुनिश्चित किया गया है और प्रत्येक दीप में एक ही बाती प्रयोग की जाएगी, जिसके अगले भाग में कपूर के पाउडर का प्रयोग होगा जिससे दीपों को आसानी जलाया जा सके। नोडल अधिकारी संत शरण मिश्रा नें बताया दीपों को बिछाने में आसानी को ध्यान में रखते हुए संन्यवकों के बीच 2.5 फिट की दूरी बनाए रखने संबंधी निर्देश भी जारी किए गए हैं जिससे दीपकों को जलाने में कोई असुविधा न हो। उन्होंने बताया 5 नवंबर से घाटों पर दीपों को बिछाने का कार्य शुरू कर दिया जाएगा, 10 नवंबर तक दीपों को बिछाने का कार्य पूरा कर लिया जायेगा जिससे बिछाये गये दीपों की गिनती सुगमता से संभव हो सके।