सामान्य प्रसव को बढ़ावा देगी मिडवाइफरी लैड केयर यूनिट



  • जिला महिला चिकित्सालय में प्राकृतिक तरीकों से प्रसव कराने पर होगा ज़ोर
  • वर्तमान में मिडवाइफरी लैड केयर ओपीडी में महिलायें ले रहीं सेवाएं

कानपुर - सम्मानजनक मातृत्व सेवा व मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के उद्देश्य से जनपद के जिला महिला चिकित्सालय, डफ़रिन में मिडवाइफरी लैड केयर यूनिट (एमएलसीयू) जल्द स्थापित की जायेगी । वर्तमान में चिकित्सालय की ओपीडी के कमरा नंबर सात में गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को परामर्श दिया जा रहा है। गर्भावस्था के तिमाही अनुसार केंद्र में महिलाओं को कसरत, योग व्यायाम भी सिखाया जाता है।

जिला महिला चिकित्सालय की प्रमुख अधीक्षक डॉ.सीमा श्रीवास्तव ने बताया कि सुरक्षित प्रसव व गर्भवती के बेहतर स्वास्थ्य में मिडवाइफरी लैड केयर यूनिट की महत्वपूर्ण भूमिका होगी । उन्होंने बताया कि यह एक ऐसी यूनिट होगी जहां पर एक साथ बेड कैपेसिटी (बिस्तरों की संख्या) के अनुरूप नर्स प्रैक्टिशनर्स मिडवाइफस (एनपीएम) तैनात होंगी । जैसे ही कोई महिला सामान्य प्रसव के लिए पहुंचेगी, तो सबसे पहले उनसे संपर्क करवाया जाएगा। एनपीएम द्वारा बिना जोखिम वाले प्रसव को गुणवत्ता पूर्वक करवाने की शुरुआत की जाएगी। साथ ही मिडवाफरी लैड केयर के अन्तर्गत उच्च जोखिम पूर्ण गर्भावस्था को प्रसव पूर्व समय से ही जल्द से जल्द पहचान कर रेफरल के लिए चिकित्सक के पास भेजा जाएगा।

चिकित्सालय की मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ रुचि जैन का कहना है कि सामान्य प्रसव (नार्मल डिलीवरी) एक प्राकृतिक प्रक्रिया है। इसे बढ़ावा देने के लिए ही मिडवाइफरी लैड केयर यूनिट की स्थापना की जायेगी। अभी मिडवाइफरी लैड केयर ओपीडी में उच्च जोखिम गर्भावस्था वाली गर्भवतियों को छोड़कर बाकी सभी को परामर्श देने के साथ ही व्यायाम व योग सिखाया जा रहा है।

चिकित्सालय प्रबंधक डॉ. दरख्शा परवीन ने बताया कि मेरठ से प्रशिक्षण प्राप्त करके आयीं चार स्टेट मिडवाइफ एडुकेटर्स गर्भवतियों को सही परामर्श देने के साथ ही व्यायाम व योग सिखा रहीं हैं। साथ ही गर्भावस्था के दौरान किन चीजों का सेवन करना है और किन चीजों से परहेज करना है इसकी भी जानकारी दे रही हैं। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश के दो जिलों में ही यह यूनिट अभी संचालित की जा रही है जिसमें लख़नऊ और कानपुर शामिल हैं। उन्होंने बताया कि चिकित्सालय में मिडवाइफ एडुकेटर्स  सुप्रिया सिंह, कमलेश पाल , साक्षी राय और अनुपमा यादव ओपीडी का संचालन कर रही हैं।

मिडवाइफ एजुकेटर सुप्रिया सिंह ने बताया कि केंद्र में मिडवाइफ द्वारा एक्सक्लूसिव ब्रेस्ट फीडिंग व पूर्ण  टीकाकरण, प्रसव पूर्व जांच (एंटीनेटल एग्जामिनेशन) व परिवार नियोजन के कई तरीकों को भी बताया जायेगा । केंद्र में सबसे महत्वपूर्ण बात यह रहेगी कि प्रसव के परम्परागत तरीकों से अलग तरीके से यहां प्रसव करवाया जाएगा। जैसे बैठकर या अन्य कई पद्धतियों से प्रसव करवाया जा सकेगा, ताकि प्रसूता को दर्द से मुक्ति तो मिलेगी ही उसका मेंटल स्ट्रेस भी कम रहेगा। इस यूनिट में बर्थिंग बॉल, बर्थिंग चेयर का प्रावधान भी रहेगा।