प्राण प्रतिष्ठा के दौरान रामभक्तों के लिए तीन स्थानों पर होगी रूकने की व्यवस्था



  • कारसेवकपुरम में एक हजार लोगों के लिए की जा रही व्यवस्था
  • 16 जनवरी से शुरू हो जाएगा प्राण प्रतिष्ठा का पूजन

अयोध्या। श्रीराम जन्मभूमि पर बन रहे भव्य राम मन्दिर में 22 जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। कार्यक्रम में आने वाले रामभक्तों के लिए ठहरने से लेकर चाय, भोजन और अस्पताल की पूरी व्यवस्था की जायेगी। उक्त जानकारी सोमवार को प्रेसवार्ता के दौरान श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने दी। उन्होंने बताया कि अयोध्या आने वाले राम भक्तों के रुकने की व्यवस्था तीन स्थानों पर करवाई जा रही है। कारसेवकपुरम में 1000 लोगों के लिए डोरमेट्री बनाई गई है। 850 लोगों के रुकने की व्यवस्था टिन कंपार्टमेंट में होगी।  इसके अलावा विभिन्न मठ-मंदिरों और गृहस्थ परिवारों की ओर से 600 कमरे उपलब्ध कराए गए हैं। बताया 25 दिसम्बर से तीन प्रमुख स्थानों पर भंडारा भी प्रारम्भ हो जाएगा।

उन्होंने बताया कि समारोह में विभिन्न प्रदेशों के 150 परम्पराओं के साधु-संतों समेत 13 अखाड़े और छह दर्शन परम्परा के शंकराचार्य आदि शामिल होंगे। उन्होंने जानकारी दी कि करीब चार हजार संतों को आमंत्रित किया गया और इसके अलावा 2200 गृहस्थों को भी निमंत्रण दिया गया है। चंपत राय ने कहा कि काशी विश्वनाथ, वैष्णोदेवी जैसे प्रमुख मंदिरों के प्रमुखों, धार्मिक व संवैधानिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों को भी आमंत्रित किया गया है। उन्होंने बताया कि बताया कि विश्व विख्यात आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा, केरल की अम्मा, योग गुरू बाबा रामदेव समेत सिने स्टार रजनीकांत, अमिताभ बच्चन, माधुरी दीक्षित, अरुण गोविल, निर्देशक मधुर भंडारकर समेत प्रमुख उद्योगपतियों में अनिल अंबानी, मुकेश अंबानी, रतन टाटा के पुत्र, प्रख्यात चित्रकार वासुदेव कामत, इसरो निदेशक नीलेश देसाई समेत तमाम विशिष्ट हस्तियां समारोह की साक्षी होंगी।

ट्रस्ट महासचिव चम्पतराय ने कहा कि मंदिर के उद्घाटन के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सर संघचालक मोहन भागवत, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राज्यपाल और सभी ट्रस्टी राम मंदिर के प्रांगण में उपस्थित रहेंगे। इसके अलावा कई अन्य गणमान्य भी राम मंदिर के उद्घाटन कार्यक्रम के साक्षी बनेंगे। उन्होंने कहा कि उद्घाटन कार्यक्रम को देखते हुए विशेष टेंट सिटी बसाई गई है। ठंड के मौसम को देखते हुए इन एयरटाइट टेंट्स में हर प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध कराईं जा रही हैं। यह सुविधा अयोध्या आने वाले ऋषि-मुनियों, संतों और सामान्य भक्तों के लिए उपलब्ध होगी। इस अवसर पर डॉक्टर, छोटा अस्पताल, दवाएं और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए एंबुलेंस और अन्य संसाधन मौजूद होंगे। चौबीस घंटे चलने वाले भोजनालय और दो हजार से अधिक शौचालय की भी व्यवस्था की गई है। इस तरह की हर तैयारी को 15 जनवरी तक अंतिम रूप दे दिया जाएगा।  

उन्होंने बताया कि ठंड में लोगों को परेशानी न हो, इसे देखते हुए जगह-जगह पर लगातार अलाव जलाने की व्यवस्था भी की गई है। इसके लिए पर्याप्त मात्रा में लकड़ी की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है। पार्किंग से लेकर सुरक्षा जांच तक हर तरह की व्यवस्था की गई है। लोगों को निवास से लेकर मंदिर स्थल तक भक्तों को ले जाने के लिए विशेष वाहनों की व्यवस्था की गई है। ट्रस्ट का प्रयास है कि इस दौरान लोगों को मोबाइल नेटवर्क और इंटरनेट कनेक्टिविटी की समस्या न हो। इसके लिए कुछ कंपनियों से बात करके इतनी बड़ी संख्या में भी लोगों को नेटवर्क और इंटरनेट की समस्या न हो, इसका प्रयास किया जा रहा है। ट्रस्ट के महासचिव ने बताया कि 16 जनवरी से प्राण प्रतिष्ठा के लिए पूजन प्रारम्भ होगा। यह 22 जनवरी प्राण प्रतिष्ठा तक चलेगा। उसके बाद 24 से 48 दिनों का उत्तर भारत की परम्परा के अनुसार मंडल पूजन होगा। 23 जनवरी से आमजन रामलला के दर्शन कर सकेगें। बताया कि वर्तमान में जहां भगवान विराजमान हैं वहां दर्शन पूजन बंद करने पर विचार चल रहा है। ताकि भीतरी कार्य अतिशीघ्र पूरे हो सकें।