विभागों में कैशलेस कार्ड योजना के बनेंगे नोडल



  • स्टेट हेल्थ एजेंसी साचीज की ओर से दिया जाएगा प्रशिक्षण
  • योजना के तहत शुरू में 5 लाख तक इलाज तत्काल उपलब्ध

लखनऊ - पंडित दीनदयाल उपाध्याय राज्य कर्मचारी कैशलेस चिकित्सा योजना से अधिकाधिक पात्र लोगों को लाभान्वित करने के प्रयास तेज कर दिए गए हैं। इसी क्रम में स्टेट एजेंसी फॉर काम्प्रीहेन्सिव हेल्थ एण्ड इंटीग्रेटेड सर्विसेज (साचीज) की ओर से विभागों में शिविर कार्ड के लिए पंजीकरण कराने के साथ नोडल को प्रशिक्षित भी किया जा रहा है।   

साचीज की मुख्य कार्यपालक अधिकारी संगीता सिंह और उप मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ पूजा यादव ने बताया कि शत-प्रतिशत कार्ड बनाने का लक्ष्य निर्धारित है। इसी क्रम में पेंशनर्स दिवस पर वित्तीय प्रबंध प्रशिक्षण एवं शोध संस्थान इंदिरा नगर और अगले दिन दो दिवसीय शिविर पुलिस मुख्यालय में लगाया गया। उन्होंने बताया कि हर सरकारी अधिकारी व कर्मचारी को इलाज के बाद क्षतिपूर्ति के तहत इलाज का पूरा खर्च मिल जाता है। वहीं पंडित दीनदयाल उपाध्याय राज्य कर्मचारी कैशलेस चिकित्सा योजना को पसंद किया जा रहा है। इसका कार्ड बनने के बाद कोई भी सरकारी अधिकारी व कर्मचारी शुरू के पांच लाख तक के इलाज की सुविधा बिना किसी अतिरिक्त परेशानी के तत्काल प्राप्त कर सकता है। उन्होंने बताया कि योजना से अधिकाधिक अधिकारियों/कर्मचारियों एवं पेंशनर्स को लाभान्वित करने के उद्देश्य से अब अन्य विभागों में भी शिविर का आयोजन करके विभागों की टेक्निकल टीम को कार्ड बनाने की ट्रेनिंग जी जाएगी। साथ ही विभाग के ही व्यक्ति को पंजीकरण आदि के बारीकियां समझने के लिए प्रशिक्षित भी किया जाएगा। विभागीय अधिकारियों व कर्मचारियों को प्राथमिकता के आधार पर पंजीकरण करवाने की जिम्मेदारी विभाग के नोडल की होगी।

उन्होंने बताया कि पण्डित दीनदयाल उपाध्याय राज्य कर्मचारी कैशलेस चिकित्सा योजना का उद्देश्य प्रदेश के सरकारी सेवकों, सेवानिवृत्त सरकारी सेवकों तथा उनके आश्रित परिजनों को निःशुल्क सुविधा मुहैया कराना है। उत्तर प्रदेश के लगभग 22 लाख राज्य कर्मचारी एवं पेंशनर्स इस योजना के अंतर्गत आच्छादित हैं। योजना से जुड़ने के लिए https://sects.up.gov.in/ पर पंजीकरण करवा सकते हैं