पेशेंट प्लेटफ़ॉर्म के सदस्यों की मदद से बढ़ा दवा सेवन का ग्राफ : जिला मलेरिया अधिकारी
लखनऊ, 3 मार्च । माल ब्लॉक के ग्राम पंचायत रानीपरा में फाइलेरिया रोधी दवा खिलाने का अभियान शुरू हुआ तो स्वास्थ्य विभाग की टीम को कई मुश्किलें आईं। फिर फाइलेरिया मरीजों के पेशेंट प्लेटफॉर्म समूह ने कमर कसी तो यहां दवा सेवन का आंकड़ा 92 प्रतिशत तक पहुंच गया। आशा कार्यकर्ता ने बताया कि इस अभियान में पेशेंट प्लेटफॉर्म काफी मददगार साबित हो रहा है। यह बानगी तो सिर्फ रानीपरा की है। जिले में ऐसे अनगिनत गांव हैं जहां लोग पहले तो फाइलेरिया रोधी दवा सेवन से इंकार कर रहे हैं लेकिन पेशेंट प्लेटफॉर्म के प्रयास से आखिरकार दवा खा ले रहे हैं।
रानीपरा की आशा कार्यकर्ता उमेश कुमारी व कंचन सिंह ने बताया कि ग्राम प्रधान ने तो इस गांव को फाइलेरिया मुक्त बनाने की शपथ ले रखी है। उनके इस प्रयास में पेशेंट प्लेटफॉर्म सदस्य मुन्नी देवी, संजय कुमार, गुड्डी देवी और सामुदायिक स्वयंसेवक विक्रांत कुमार और पायल सिंह के प्रयास भी मददगार साबित हो रहे हैं। आशा ने बताया कि क्षेत्र में लगभग 92 फीसद लोगों ने फाइलेरियारोधी दवा का सेवन कर लिया है। इस कार्य में पेशेंट प्लेटफ़ॉर्म के सदस्य और सामुदायिक स्वयंसेवकों ने काफी सहयोग किया है। शेष लगभग आठ फीसद लोग जो शहर चले गए हैं या दिन में बाहर चले जाते हैं उनको दवा खिलाने के लिए रणनीति बना रहे हैं। आशा के अनुसार गांव के 23 लोग तो दवा के लिए बिल्कुल भी तैयार नहीं थे लेकिन पेशेंट प्लेटफ़ॉर्म के सदस्यों व सामुदायिक स्वयंसेवकों के प्रयास सार्थक साबित हुए। आशा ने बताया कि जो परिवार फाइलेरियारोधी दवा का सेवन से इंकार करता है उसे पेशेंट प्लेटफॉर्म के सदस्यों से मिलवाते हैं। फिर यही सदस्य अपनी बीमारी और दवा न खाने की गलती के बारे में आप बीती सुनाते हैं। लोगों को फाइलेरिया प्रभावित अंगों को दिखाकर दवा खाने के लिए प्रेरित करते हैं। सदस्य बताते हैं हमने दवा सेवन नहीं किया तो आज ऐसी दर्द भरी जिंदगी जी रहे हैं। प्लीज आप ऐसी गलती न करें।
जिला मलेरिया अधिकारी डॉ ऋतु श्रीवास्तव ने बताया कि जनपद के पांच ब्लॉक में पेशेंट नेटवर्क के सदस्य आईडीए अभियान में स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं का सहयोग कर रहे हैं। यह फाइलेरिया मरीज लोगों को न केवल दवा सेवन के लिए प्रेरित कर रहे हैं बल्कि उन्हें यह भी बता रहे हैं कि मच्छरों से बचने के अलावा बीमारी से बचने का सिर्फ यही एक उपाय है। डॉ ऋतु ने बताया कि जनपद में अभी तक 79 फीसद लोगों ने फाइलेरिया रोधी दवा का सेवन किया है। शत प्रतिशत लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए अभियान को 10 मार्च तक बढ़ाने का प्रस्ताव निदेशालय को भेजा है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि फाइलेरिया रोधी दवा का सेवन करें और जनपद को फाइलेरिया मुक्त बनाने में सहयोग करें।