माहवारी स्वच्छता दिवस पर विशेष : माहवारी स्वच्छता दिवस को लेकर अब तो शर्म छोड़ें, लोगों ने दी अपनी प्रतिक्रिया



लखनऊ | माहवारी स्वच्छता दिवस एक बहुत ही महत्वपूर्ण विषय है, जिस पर जितनी चर्चा हो, उतनी ही इस विषय पर झिझक खत्म होगी। इस दिशा में सभी को एक कदम आगे बढ़ाने और माहवारी से जुड़े मुद्दों पर खुलकर बात करने की जरूरत है। माहवारी न केवल महिलाओं के स्वास्थ्य का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, बल्कि यह समाज में जागरूकता और स्वीकृति की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए इस वर्ष मासिक धर्म स्वच्छता दिवस का विषय "एक साथ मिलकर पीरियड फ्रेंडली वर्ल्ड के लिए" रखा गया है।

लोगों ने माहवारी से जुड़ी भ्रांतियों को दूर करने, सही जानकारी प्रदान करने और स्वच्छता बनाए रखने के महत्वपूर्ण पहलुओं पर अपनी बात रखी।

20 साल के ध्रुव त्रिवेदी बीटेक की पढ़ाई कर रहे हैं। वे बताते हैं कि माहवारी के विषय पर घर में कोई बात नहीं की जाती है। इसके बारे में बात करने की जरूरत है। जब वे कॉलेज गए, तब उन्हें माहवारी के बारे में पूरी जानकारी हुई। वे समझना चाहते हैं कि इसे बताने पर शर्म कैसी?

सरोजिनीनगर से 32 वर्षीय वर्षा बताती हैं कि माहवारी स्वच्छता दिवस पर उनके लिए सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि उन्हें सबसे ज्यादा दिक्कत इस बात से रही है कि जब भी वे मेडिकल स्टोर से सेनेटरी पैड खरीदती हैं तो वे उसे काली पन्नी में पैक करके देते हैं। वे हमेशा इस बात के खिलाफ रही हैं और कई बार उन्होंने काली पन्नी हटाकर पैड लिया है। उन्होंने अक्सर देखा है कि ऐसे में महिलाएं बहुत असहज महसूस करती हैं। लोगों को यह बताने की जरूरत है कि यह कोई बीमारी नहीं है जिससे इसे छुपाया जाए।

संचिता शर्मा बताती हैं कि उन्हें इस बात से हमेशा समस्या रही है कि जब स्कूल में लड़कियों को माहवारी के बारे में जानकारी दी जा रही होती है तो लड़कों को अलग हटा दिया जाता है। यह बहुत महत्वपूर्ण बात है कि हम लड़कों को भी इस मुद्दे में जरूर शामिल करें ताकि यह उनके लिए जिज्ञासा का विषय न बनकर रह जाए।

15 वर्षीय मोनिका अपनी माँ के कामों में हाथ बटाती हैं और इसकी वजह से उन्हें स्कूल भी छोड़ना पड़ा। मोनिका बताती हैं कि पिछले कुछ महीनों से उन्हें लगातार हफ्तों माहवारी होती रही, जिसकी वजह से वे डॉक्टर से इलाज करवा रही हैं। इसलिए उनकी सभी लड़कियों को सलाह है कि ऐसी दिक्कत होने पर बिना झिझक अपनी माँ को पूरी बात बताएं ताकि सही समय पर डॉक्टर से परामर्श लिया जा सके।

शुभम, 28 वर्षीय, बंथरा से, रियल एस्टेट में काम करते हैं। वे बताते हैं कि माहवारी एक प्राकृतिक चीज है। इसके बारे में सभी को बेहतर ढंग से जानकारी होनी चाहिए। यह कोई गलत चीज नहीं है, इसलिए इस विषय में जितनी ज्यादा से ज्यादा लोगों को जानकारी हो उतना अच्छा है।