मुंबई। एक बार फिर लोन की ईएमआई कम होने सपना संजोए बैठे लोगों को झटका लगा है क्योंकि लगातार तीसरी बार रेपो रेट में कोई भी बदलाव नहीं किया गया है। रेपो रेट अभी भी 6.5% पर स्थिर है यानि किसी भी प्रकार के लोन की ईएमआई पर कोई भी असर होने वाला नहीं है।
आपको बता दें कि आरबीआई की मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी की मीटिंग हर दो महीने में होती है। पिछले तीन मीटिंग से एमपीसी की मीटिंग में रेपो रेटों में कोई भी बदलाव नहीं किया गया है। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने मीटिंग में हुए फैसलों को शेयर करते हुए बताया कि इस बार भी रेपो रेटों में कोई भी बदलाव नहीं किया गया है। हालांकि ये कयास पहले से भी लगाए जा रहे थे. यह इस वित्त वर्ष की दूसरी मॉनेटरी पॉलिसी मीटिंग थी। एसबीआई के रिसर्च पेपर के मुताबिक, केंद्रीय बैंक को न्यूट्रल रुख को वापस लेने के अपने फैसले पर बरकरार रहना चाहिए।
हालांकि एक रिपोर्ट में जरूर उम्मीद जताई जा रही थी कि वित्त वर्ष की तीसरी बैठक में जरूर रेपो रेटों में कुछ कटौती की जा सकती है, इसमें यह भी कहा गया कि उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित महंगाई दर मई में 5 फीसदी के करीब रहने की उम्मीद है। इसके बाद जुलाई में घटकर 3 फीसदी रह जाएगी।
आपको बता दें कि इस बार रेपो रेटों में कटौती की संभावना जताई जा रही थी क्योंकि लोकसभा चुनाव परिणाम आने के बाद यह पहली मीटिंग थी लेकिन किसी प्रकार का कोई भी बदलाव न होने की स्थिति में कर्ज धारकों के हाथ निराशा लगी है। रेपो रेटों में कोई भी बदलाव न होने की घोषणा स्वयं आरबीआई गवर्नर शक्ति कांत दास ने की है।