रामनगरी में अब पिंक ई-रिक्शा चलाती नजर आएंगी महिलाएं



  • केवल महिलाएं और बालिकाएं ही कर सकेंगी पिंक ई-रिक्शा की सवारी
  • ईटीओ कंपनी के सहयोग से डूडा उपलब्ध करवाएगा पिंक ई-रिक्शा

अयोध्या । प्रदेश की योगी सरकार में रामनगरी में अब महिलायें पिंक ई-रिक्शा चलाती नजर आएंगी। शहर में महिलाओं और बालिकाओं के लिए अलग से ई-रिक्शा चलेंगे। इनमें ड्राइवर भी महिलाएं ही होगी। ये ई-रिक्शा पिंक कलर के होंगे। नगर निगम में दीनदयाल अन्त्योदय योजना राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के तहत “पिंक ई-रिक्शा प्रोजेक्ट“ पर काम शुरू किया गया है। परियोजना अधिकारी नगरीय विकास अभिकरण यामिनी रंजन ने बताया कि प्रोजेक्ट के तहत शहर की महिलाओं को पिंक ऑटो रिक्शा उपलब्ध करवाए जाएंगे। ईटीओ मो प्रा लि के सहयोग से इन महिलाओं को वाहन चलाने का प्रशिक्षण देने के साथ ही प्रतिदिन 400 या 500 रुपए के हिसाब से जमा करना होगा। बाकी शेष कमाई उनकी आमदनी होगी। साथ ही पिंक ई रिक्शा की पार्किंग चार्जिंग,रख रखाव सब कंपनी करेगी।

उन्होंने बताया कि पिंक ई-रिक्शा से न सिर्फ इन महिलाओं को आजीविका मिलेगी, बल्कि स्कूल कॉलेज जाने वाली बच्चियों के अभिभावकों एवं महिलाओं की रोज शहर में यात्रा करते वक्त होने वाली असुरक्षा की भावना भी दूर होगी। पीओ ने बताया कि पिंक ई-रिक्शा प्रोजेक्ट के लिए स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं से निशुल्क आवेदन लिए जा रहे हैं। जो महिलाएं समूह से नही जुड़ी हैं उन महिलाओं को डे एनयूएलएम योजना के अंतर्गत स्वयं सहायता समूहों से जोड़ा भी जाएगा। प्रत्येक स्वयं सहायता समूह में 10 महिलाएं होंगी। योजना के तहत पूर्व में बने हुए स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाएं भी इसका हिस्सा बन सकेंगी।

बता दें कि इन महिलाओं को ऑटो रिक्शा चलाने का प्रशिक्षण भी निशुल्क उपलब्ध करवाया जाएगा। प्रशिक्षण के बाद इन महिलाओं के ड्राइविंग लाइसेंस बनाए जाएंगे। जिले में अभी तक इस योजना का कुल लक्ष्य 50 महिलाओं का रखा गया है। जिसमे वर्तमान समय मे 9 महिलाएं प्रशिक्षण प्राप्त कर रही हैं। लक्ष्य के सापेक्ष बाकी महिलाओं से आवेदन और चयन की प्रक्रिया चल रही है। उन्होंने बताया कि शहर के मुख्य स्थान जहां महिलाओं एवं बच्चियों का ज्यादा आना-जाना रहता है, मुख्य बाजार, बस स्टैंड के पास, कॉलेज के पास ई-रिक्शा स्टैंड बनाए जाएंगे, ताकि इन ई- रिक्शा की उपलब्धता सुनिश्चित की जा सके। नगरीय विकास अभिकरण ने जरूरतमंद महिलाओं से इस योजना में शामिल होने के लिए आवेदन मांगे हैं।