- अमेठी के 30 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर हुई मुफ्त जाँच व मिला इलाज
- डायबिटीज़ व हाइपरटेंशन के मरीजों की हुई स्क्रीनिंग और काउंसिलिंग
- करीब 4000 लोगों ने उठाया पहले मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेले का लाभ
अमेठी, 02 फरवरी -2020-जनपद के सभी 30 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर रविवार को मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेले का आगाज हुआ । मेले का शुभारम्भ स्थानीय जनप्रतिधियों द्वारा किया गया । इस दौरान केन्द्रों पर बडी संख्या में लोगों ने पहुंचकर स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ उठाया । घर के नजदीक इलाज की इस व्यवस्था से लोग खुश थे । ग्रामीणों का कहना था कि इस तरह की जाँच व इलाज पर समय के साथ किराया-भाड़ा भी खर्च होता था, जिससे अब छुटकारा मिल गया है । जनपद में मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेले में गैर संचारी रोगों (एनसीडी) के मरीजों की स्क्रीनिंग और काउंसिलिंग को प्रमुखता पर रखा गया । इसके साथ ही मातृ व बाल स्वास्थ्य सम्बन्धी सुविधाएँ भी की गयी थीं । मेले में प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (आयुष्मान भारत) के कार्ड बनाने की भी व्यवस्था की गयी थी । जिले में इस मेले का लाभ करीब चार हजार लोगों ने लाभ उठाया ।
जनपद के शाहमऊ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर आयोजित स्वास्थ्य मेले का शुभारम्भ तिलोई के विधायक मयंकेश्वर शरण सिंह ने किया । इस दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आर. एम. श्रीवास्तव भी उपस्थित रहे । इस अवसर पर विधायक ने कहा कि सरकार का जोर है कि लोगों को घर के करीब ही स्वास्थ्य सुविधाएँ मुहैया करायी जाएँ ताकि लोगों का कीमती समय और धन बच सके । भटगवां प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर आयोजित मेले का शुभारम्भ स्थानीय विधायक राकेश प्रताप सिंह ने किया ।
रानीगंज प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर आयोजित मेले का उद्घाटन करते हुए भाजपा युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष हरनाम सिंह ने कहा कि हर रविवार को आयोजित होने वाले स्वास्थ्य मेले का अधिक से अधिक लोग लाभ उठायें। रानीगंज प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर आयोजित मेले में पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया । यहाँ पर शुगर व ब्लड प्रेशर की जाँच कराने पहुंचे शिव बहादुर का कहना था कि इसके लिए उन्हें पहले खेती का काम छोड़कर अस्पताल जाना पड़ता था किन्तु अब इस व्यवस्था से उनका समय बचेगा और पैसा भी नहीं खर्च करना पड़ेगा । यहीं पर प्रसव पूर्व जाँच कराने पहुँचीं 29 वर्षीय यासमीन का कहना था कि मेले में उनका वजन लेने के साथ ही खून की जाँच की गयी और टीका लगाया गया । इसके साथ ही हरी पत्तेदार सब्जियों को खाने और गर्भावस्था के दौरान पौष्टिक आहार लेने के बारे में बताया गया ।
उत्सव जैसा माहौल रहा स्वास्थ्य केन्द्रों पर :
प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर पंडाल की व्यवस्था की गयी थी । इसके साथ ही उसे रंग बिरंगी गुब्बारों से सजाया गया था । मरीजों के लिए बैठने की उचित व्यवस्था के साथ ही पेयजल की व्यवस्था की गयी थी । उनकी मदद के लिए उनके गाँव की आशा कार्यकर्त्ता भी मौजूद थीं ।
स्वस्थ जिन्दगी जीने के मिले टिप्स :
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आर. एम. श्रीवास्तव का कहना है कि आज की भाग-दौड़ भरी ज़िंदगी और बदलती लाइफ स्टाइल के चलते लोग कम उम्र में ही गैर संचारी रोगों जैसे डायबिटीज़, हाइपरटेंशन, कैंसर व हृदय संबंधी बीमारियों की गिरफ्त में आ रहे हैं। पहले इनमें से अधिकतर बीमारियाँ लोगों को 40 से 50 साल की उम्र के बाद अपने चपेट में लेतीं थीं किन्तु अब इनका खतरा 30 की उम्र पार करने के साथ ही मंडराने लगता है। इस गंभीर समस्या से अमेठी की जनता को मुक्ति दिलाने के लिए ही रविवार को आयोजित होने वाले मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेले में 30 साल से ऊपर के लोगों की जाँच की गयी और स्वस्थ जिन्दगी जीने के टिप्स दिए गए ।
रंग लायी स्थानीय सांसद की पहल :
ज्ञात हो कि स्थानीय सांसद और महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति जूबिन इरानी की पहल पर अमेठी की जनता को स्वस्थ व खुशहाल बनाने के लिए यहाँ हर महीने अलग-अलग थीम पर स्वास्थ्य मेले का आयोजन किया जा रहा है । यह सिलसिला अक्टूबर 2019 में शुरू हुआ था, जो अब परवान चढ़ता नजर आ रहा है । मुख्य चिकित्सा अधिकारी का कहना है कि इस बार आयोजित होने वाले स्वास्थ्य मेले को मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेला से जोड़ दिया गया था ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इसका लाभ उठा सकें ।