- प्रदेश में 2800 से ज्यादा आइसोलेशन बेड्स तैयार: प्रमुख सचिव स्वास्थ्य
- करोना वायरस से जुड़े हालात के बारे में रोजाना शाम 4 बजे होगी प्रेस कॉन्फ्रेंस
- पिछले 10 दिनों में प्रदेश में विदेशों से आए एक लाख से अधिक व्यक्ति हमारे लिए बड़ी चुनौती: अवनीश कुमार अवस्थी
- पान-मसाला और गुटखा पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाने की कर रहे हैं तैयारी
24, मार्च, लखनऊ - मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कोरोना महामारी को रोकने के लिए निरंतर प्रयासरत हैं। फरवरी माह से ही मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार पूरा प्रशासन इन तैयारियों में जुटा हुआ है। पूरे प्रदेश में सारी प्रशासनिक मशीनरी और सभी विभाग टीम वर्क के साथ जनता का सहयोग लेकर इस महामारी से लड़ने का प्रयास कर रहे हैं। प्रदेश में टीम वर्क से सकारात्मक परिणाम प्राप्त हो रहा है। करोना वायरस से जुड़े हालात के बारे में रोजाना शाम 4 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस की जाएगी, जिसे जिले स्तर पर जिलाधिकारी भी करेंगे। ये बातें अपर मुख्य सचिव गृह, अवनीश कुमार अवस्थी ने प्रमुख सचिव स्वास्थ्य, अमित मोहन प्रसाद के साथ यहां लोकभवन में कोरोना वायरस के नियंत्रण के सम्बंध में संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कही।
अपर मुख्य सचिव अवनीश कुमार अवस्थी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आह्वान पर ‘जनता कर्फ्यू’ का प्रदेश की जनता ने स्वत: ही पालन किया। इसके लिए उत्तर प्रदेश की सराहना विश्व स्वास्थ्य संगठन और विशेषज्ञों द्वारा भी की जा रही है। उन्होंने कहा कि पिछले 10 दिनों में प्रदेश में विदेशों से आए 01 लाख से अधिक व्यक्ति हमारे लिए बड़ी चुनौती हैं। हम लोगों से सीधा संवाद करके इस महामारी को समाप्त करने के लिए लगातार सकारात्मक प्रयास कर रहे हैं। इसके लिए पान मसाला और गुटखा पर भी हम पूरी तरह से प्रतिबंध लगाने की तैयारी कर रहे हैं।
अपर मुख्य सचिव ने कहा कि मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील की है कि पार्कों में न जाएं। घर पर ही योग करके अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखें। यह निर्देश भी सभी जिलाधिकारियों और पुलिस अधिकारियों को दिया गया है कि प्रदेश के किसी भी कोने में यदि जनसहयोग में कहीं कोई कमी लगती है या उनको लगता है कि लोग ज्यादा बाहर आ रहे हैं, तो कर्फ्यू लगाने की छूट जिलाधिकारी को है। लॉकडाउन में प्रचार-प्रसार के संदर्भ में मुख्यमंत्री ने निर्देशित किया है कि सभी जनपदों में जिलधिकारी, पुलिस अधिकारी, स्वास्थ्य विभाग, नगर निगम व अन्य विभागों के अधिकारियों की गाड़ियों पर लाउडस्पीकर लगाकर जन-जन तक सूचना पहुंचाई जाए।
अब तक दर्ज हुई 350 एफआईआर - अपर मुख्य सचिव ने कहा कि आज प्रदेश के 18 जनपदों में लॉक डाउन किया गया है। इसके अंतर्गत नियमों का पालन सख्ती से करवाया जा रहा है। अगर कहीं इसका उल्लंघन होता है, तो 'एपिडेमिक एक्ट' की धारा 188 के अंतर्गत कार्रवाई भी की जा रही है। अब तक प्रदेश स्तर पर लगभग 350 एफआईआर कर दी गई हैं। कल तक लगभग 250 एफआईआर की गई थीं। आज दिन में लगभग 100 एफआईआर हुई हैं। हालांकि पुलिस को निर्देश हैं कि समझाकर और सबको प्रेरित करके उल्लंघन न करने की हिदायत दें, लेकिन जहां लोग नहीं मान रहे हैं वहां एफआईआर करने का निर्देश दिया गया है।
CAA के विरोध में धरनों की समाप्ति पर दिया धन्यवाद - अपर मुख्य सचिव ने प्रदेश में CAA के विरोध में कई जगह चल रहे धरनों को समाप्त और स्थगित करने पर प्रदर्शनकारी महिलाओं को धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने महिलाओं से वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से लड़ाई में साथ रहने की अपील भी की।
प्रदेश में 2800 से ज्यादा आईसोलेशन बेड्स तैयार: प्रमुख सचिव स्वास्थ्य
वहीं प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने कहा कि प्रदेश में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों के 35 प्रकरण सामने आए हैं। इसके साथ ही आज शामली और नोएडा में एक-एक प्रकरण सामने आए हैं। अब तक 35 मामलों में 11 लोग इलाज के बाद इंफेक्शन फ्री होकर डिस्चार्ज किए जा चुके हैं। जिसमें आगरा के 7, गाजियाबाद का एक, नोएडा का एक और लखनऊ का एक मरीज शामिल है। वहीं इस वक्त 68 लोगों के सैंपल लेकर उन्हें टेस्टिंग के लिए भेजा गया है। प्रदेश में अब तक 2800 से ज्यादा आइसोलेशन बेड्स तैयार किए जा चुके हैं। जिसे बढ़ाकर हम 11 हजार तक ले जाएंगे। उन्होंने कहा इस समय प्रदेश में 6 जगहों पर कोरोना वायरस के सैंपल की टेस्टिंग की जा रही है। जिसमें लखनऊ के 3 अस्पताल, अलीगढ़, वाराणसी, मेरठ के एक अस्पताल शामिल हैं। जल्द ही गोरखपुर के एनआईवी सेंटर और सैफई में यह व्यवस्था प्रारंभ हो जाएगी।