आशा को ना करें निराश, गाँव में यह है सबकी आस



लखनऊ, 11 अप्रैल 2020 -  “मेरे भी बच्चे हैं और मेरा भी परिवार है लेकिन पहले मुझे वह काम करना है जिसका उत्तरदायित्व मुझे सरकार ने दिया है” यह शब्द हैं आशा उर्मिला देवी के जो कि काकोरी ब्लॉक के थावर गाँव में रहती हैं |” उर्मिला बताती हैं - अपने कार्य क्षेत्र में अभी तक मैंने 9 लोगों की पहचान की है जो कि बाहर से आये हैं | इस तरह जिले में सभी आशा कार्यकर्ता अपने –अपने कार्यक्षेत्र में इस कठिन दौर में घर-घर जाकर लोगों को जागरूक कर रही हैं |

बादरखेड़ा गांव की आशा कार्यकर्ता वर्मावती बताती हैं – हमें सबसे पहले कोरोना वायरस के  संक्रमण को रोकना है | इसके लिए हम समुदाय में जा रहे हैं और लोगों को जागरूक कर रहे हैं | इस वायरस से सावधानी ही बचाव है | कोरोना वायरस से बचाव के लिए हमें विभाग द्वारा प्रशिक्षण में जो बातें बताई गयी हैं वह हम समुदाय तक पहुंचा रहे हैं और बाहर से आये लोगों को चिन्हित कर रहे हैं |  जहां लोग अपने –अपने घरों में सुरक्षा  की दृष्टि से हैं वहीँ यह आशा कार्यकर्ता संक्रमण से बचने के लिए अपने मुंह में दुपट्टा या अन्य कोई सूती कपड़ा बांधकर हर घर में जाती हैं | वह प्रतिदिन लोगों को जागरूक करने व दूसरे जिलों, राज्यों  या विदेश से वापिस गाँव में अपने घरों में  आये लोगों की पहचान कर उसकी सूचना रजिस्टर पर नोट करती हैं और फोन इस सूचना को ब्लॉक समुदाय प्रक्रिया प्रबंधक (बीसीपीएम ) को नोट कराती हैं | वह लोगों को बार-बार 40 सेकेण्ड तक साबुन से हाथ धोने, सोशल डिस्टेंसिंग व साफ-सफाई के बारे में बताती हैं | साथ ही वह ऐसे व्यक्तियों के बारे में भी पता लगा रही हैं जो कि खांसी, जुकाम, गले में खराश आदि से ग्रसित हैं |

काकोरी ब्लॉक के ब्लॉक समुदाय प्रक्रिया प्रबंधक प्रद्युमन बताते हैं – हमारी आशा कार्यकर्ता गाँवों में बाहर से आये लोगों की पहचान करने मं महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं | हमारी आशा कार्यकर्ताओं  द्वारा प्रतिदिन सूचना उपलब्ध कराई जा रही है | काकोरी समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) के अधीक्षक डा. उमा शंकर लाल कहते हैं कि उनकी टीम के द्वारा पूरी लगन के साथ काम किया जा रहा है |
जिला कार्यक्रम प्रबंधक (डीपीएम) सतीश यादव बताते हैं – आशा कार्यकर्ता स्वास्थ्य  विभाग की रीढ़ की हड्डी हैं | स्वास्थ्य के सभी मुद्दे चाहे  वह नवजात स्वास्थ्य हो या मातृ स्वास्थ्य या गैर संचारी रोग सभी में इनकी महत्वपूर्ण भूमिका है | सतीश ने बताया इस समय जिले में 1, 976 आशा कार्यकर्ता कोविड-19 को दूर करने में अपना योगदान दे रही हैं,  जो कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं |