- "मिशन वात्सल्य” के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए हितधारकों की राज्यस्तरीय कार्यशाला आयोजित
लखनऊ । पार्टीसिपेटरी एक्शन फॉर कम्युनिटी एम्पावरमेंट (पेस) संस्थान के तत्वावधान में ज्वाइनिंग फोर्सेज के सहयोग से सोमवार को गोमतीनगर के एक होटल में ‘‘मिशन वात्सल्य” के तहत बाल अधिकारों पर बेहतर समझ एवं साझा प्रयास के लिए सरकारी व गैर सरकारी संगठनों, अन्तरराष्ट्रीय एनजीओ, मीडिया आदि को एक साथ लाने को लेकर राज्यस्तरीय कार्यशाला आयोजित की गयी। कार्यशाला का शुभारम्भ मुख्य अतिथि मिशन वात्सल्य उत्तर प्रदेश के निदेशक डॉ. पुनीत मिश्रा ने अतिथियों के साथ दीप प्रज्वलित कर किया।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए प्रथम सत्र में पेस संस्था के निदेशक थॉमसन थॉमस ने सभी साथियों का स्वागत किया। चाइल्ड फण्ड इण्डिया की स्टेट प्रोग्राम मैनेजर पोलोमी राय द्वारा कार्यक्रम का एजेण्डा सभी के समक्ष रखा गया। उन्होंने कार्यक्रम के उद्देश्य, बाल अधिकारों पर आपसी ज्ञान एवं अनुभवों को साझा करना, रणनीतिक चर्चाओं और साझेदारी को बढ़ावा देने एवं बच्चों के संरक्षण से जुड़ी चुनौतियों और अवसरों को खोजने आदि के बारे में जानकारी दी। चाइल्ड फण्ड इण्डिया के बाल संरक्षण विशेषज्ञ सुखेन्दु संत्रा ने ज्वाइनिंग फोर्सेस के उद्देश्यों एवं कार्यो के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि ज्वाइनिंग फोर्सेस विभिन्न राज्यों में इस तरह की कार्यशालों का आयोजन कर रहा है ताकि बच्चों को शोषण मुक्त कर उनके भविष्य को बेहतर बनाया जा सके।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. पुनीत मिश्रा ने ‘‘मिशन वात्सल्य” के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि बच्चों की सुरक्षा, संरक्षण और सर्वोत्तम हित तय करना हमारा मुख्य उद्देश्य है ताकि हर बच्चे को स्वस्थ व खुशहाल माहौल मिल सके। उन्होंने बताया कि मिशन के तहत राज्य में बच्चों से जुड़े मुद्दों पर कार्य किया जा रहा है ताकि प्रत्येक बच्चे को उसके अधिकार मिल सकें। बच्चों के साथ होने वाली हिंसा व शोषण को समाप्त कर बच्चों के लिए विकास के नये अवसर लाये जा सकें।
मिशन वात्सल्य के मिशन मैनेजर विनय ओझा द्वारा बताया गया कि यह मिशन भारत सरकार द्वारा 2021 में लागू किया गया और उत्तर प्रदेश में 2023 में इसकी शुरूआत की गयी। उन्होंने महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के ढांचा को भी सभी के साथ साझा किया। इसके अलावा मिशन के क्रियान्वयन पर विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने मिशन वात्सल्य के माध्यम से मंत्रालय द्वारा बाल संरक्षण एवं बाल कल्याण हेतु चलाई जाने वाली विभिन्न योजनाओं (मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना, चाइण्ड लाइन, बाल आश्रय गृह, बाल हितैषी वातावरण आदि) के बारे में विस्तार से बताया । इसके साथ ही उन्होंने उपस्थित प्रतिभागियों के उक्त विषय से सम्बन्धित प्रश्नों के उत्तर भी दिये।
बाल अधिकारों को सुनिश्चित करने में वर्तमान परिस्थितियों व चुनौतियों पर एक पैनल चर्चा हुई जिसका संचालन रवीन्द्र सिंह द्वारा किया गया। पैनल में विभिन्न जनपदों से आये जिला पंचायतीराज अधिकारी, बाल विकास परियोजना अधिकारी, बाल अधिकारों पर अग्रणी कार्य करने वाली संस्थाओं के प्रतिनिधियों द्वारा एक मंच पर जानकारियों एवं मिशन वात्सल्य के कार्यो एवं भूमिकाओं और कार्यक्षेत्र में हुए अच्छे प्रयासों पर विस्तृत चर्चा हुई।
संस्था की सचिव रजविन्दर कौर द्वारा कार्यक्रम का समापन किया गया और कार्यक्रम के निष्कर्षो पर गहन चर्चा कर सभी के साथ मिलकर भविष्य की कार्ययोजना तैयार की गयी। कार्यक्रम के सफल संचालन में संस्था कार्यकर्ताओं का विशेष योगदान रहा।