अनधिकृत ऑटो व ई-रिक्शा के खिलाफ अभियान ने दिखाया सकारात्मक असर



  • मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर पहली से 30 अप्रैल तक सभी 75 जनपदों में चला अभियान
  • चालकों को किया गया जागरूक, नागरिक सुरक्षा व कानून व्यवस्था पर रहा पूरा जोर
  • परिवहन विभाग, स्थानीय पुलिस व जिला प्रशासन ने संयुक्त रूप से चलाया अभियान
  • नाबालिगों के हाथों से छुड़वाई गई ई-रिक्शा की कमान,  जागरूकता अभियान चलाकर आमजन व अभिभावकों को भी किया गया जागरूक

लखनऊ, 1 मईः  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर सुदृढ़ कानून व्यवस्था और नागरिक सुरक्षा के लिए अनधिकृत ऑटो व ई-रिक्शा के खिलाफ चलाए गए अभियान का काफी सकारात्मक असर रहा। यह अभियान पहली अप्रैल से 30 अप्रैल तक सभी 75 जनपदों में चला। सुरक्षा के दृष्टिगत इस अभियान को एक तरफ जहां आमजन का समर्थन मिला, वहीं नाबालिगों के हाथों से ई-रिक्शा की कमान भी छुड़वाई गई। परिवहन विभाग, स्थानीय पुलिस व जिला प्रशासन के संयुक्त नेतृत्व में पूरे माह तक जागरूकता अभियान भी चलाया गया। सुगम यातायात व सुरक्षा व्यवस्था सुदृढ़ हो, इसके लिए चालकों को जागरूक भी किया गया। अभियान के दौरान नागरिक सुरक्षा व कानून व्यवस्था पर भी पूरा जोर रहा।

36 हजार से अधिक चालान व 11 हजार से अधिक वाहन सीज : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश के उपरांत अवैध ई-रिक्शा पर कार्रवाई की गई। इसमें 3784 अपंजीकृत ई-रिक्शा के चालान हुए, जबकि 11425 वाहन सीज किए गए। अन्य अभियोगों में 32989 वाहनों का चालान किया गया। एक माह की अवधि में कुल चालान 36773 रहे।

मुख्यमंत्री जी ने निर्देश दिया था कि सुगम यातायात व आमजन की सुरक्षा के दृष्टिगत पहली से 30 अप्रैल तक अभियान चलाया जाए। अभियान चलाकर अवैध ई-रिक्शा के खिलाफ कार्रवाई की गई। परिवहन विभाग, जिला व पुलिस प्रशासन के संयुक्त देखरेख में चले अभियान में आमजन को काफी सहयोग मिला। अभियान के उपरांत भी मुख्यमंत्री जी के निर्देशों का पालन करते हुए निरंतर नजर रखी जाएगी कि नाबालिगों के हाथों में ई-रिक्शा की कमान न हो। मुख्यालय से निरंतर इसकी मॉनीटरिंग जारी रहेगी। एक माह तक चला अभियान सफल रहा। - बृजेश नारायण सिंह, परिवहन आयुक्त, उत्तर प्रदेश