- अक्षय तृतीया पर बाल विवाह रोकने को चलाया अभियान
- पेस संस्था के नेतृत्व में चलाया गया जागरूकता अभियान
लखनऊ । पेस संस्था के तत्वावधान में अक्षय तृतीया पर प्रदेश के तीन जिलों सीतापुर, हरदोई और शाहजहांपुर में बाल विवाह मुक्त अभियान चलाया गया । इसके तहत विभिन्न धर्मों में विवाह सम्पन्न कराने वाले पुरोहितों-पंडितों आदि का भी पूर्ण समर्थन मिला। यह जानकारी पेस संस्था की निदेशक राजविंदर कौर ने दी । उन्होंने कहा कि कोई भी बाल विवाह किसी पुरोहित-पंडित, मौलवी या पादरी आदि के बिना सम्पन्न नहीं होता है । इसीलिए इस वर्ग से पूर्ण समर्थन की अपील की गयी कि बाल विवाह मुक्त अभियान को सफल बनाने में वह सहयोग करें ।
अभियान के तहत मंदिरों, मस्जिदों में बाल विवाह की अनुमति नहीं सम्बन्धी बैनर लगाये गए । वर्ष 2030 तक देश को बाल विवाह मुक्त बनाने के उद्देश्य से समुदाय स्तर पर विभिन्न गतिविधियाँ आयोजित की जा रही हैं । इसी के तहत इस अक्षय तृतीया को बड़े पैमाने पर अभियान चलाकर बाल विवाह को रोकने का प्रयास किया गया । इस पहल का ही असर है कि पंडित और मौलवी शपथ ले रहे हैं कि वह न तो बाल विवाह सम्पन्न कराएँगे और न ही ऐसा विवाह घर-परिवार में करेंगे। इस अभियान के तहत पूरे देश में नागरिक संगठनों का भी एक बड़ा नेटवर्क तैयार किया गया है, जो अब तक पांच करोड़ से अधिक लोगों को शपथ दिला चुके हैं कि वह बाल विवाह न तो करेंगे और न ही ऐसे विवाह का समर्थन करेंगे।