एचआईवी/एड्स पीड़ित के घर पहुंचाई जा रही दवाई



लखनऊ, 6 मई 2020 - कोरोना संक्रमण के दौर में अन्य गम्भीर बीमारियों से ग्रसित लोगों पर भी  विशेष ध्यान देने की जरूरत है | हम लॉकडाउन-3 का सामना कर रहे हैं | ऐसे में एचआईवी/एड्स पीड़ितों को दवा के लिए परेशान न होना पड़े, इसके लिए ममता हेल्थ इंस्टिट्यूट ऑफ़ मदर एंड चाइल्ड ने उनके घरों तक दवा पहुंचाने का बीड़ा उठाया है | इस स्वयंसेवी संगठन द्वारा  आहना प्रोजेक्ट चलाया जा रहा है | प्रोजेक्ट आहना  एड्स  मुक्ति के लिए प्लान इंडिया इंटरनेशनल का कार्यक्रम है |

प्रोजेक्ट आहना के प्रोजेक्ट ऑफिसर अदब हुसैन ने बताया- इस समय लखनऊ, बहराईच सहित कुल 38 जिलों में यह प्रोजेक्ट चल रहा है | एचआईवी संक्रमित गर्भवती महिलाओं व उनके परिजनों को दवाएं  समय से लेनी होती है और एक भी दवा छोड़ना उसके लिए हानिकारक है | लॉकडाउन के कारण  एचoआईoवीo संक्रमित गर्भवती महिलाओं व उनके परिजनों को जिला अस्पताल में स्थित एंटी रिट्रोवायरल (एआरटी) सेंटर  पहुँचने में परेशानी हो रही है , जिसके निवारण के लिए  ममता संस्था ने मरीजों को उनके घर पर ही दवाई पहुंचाने का कार्य कर रही है | जिससे किसी भी एचoआईoवीo संक्रमित गर्भवती महिलाओं व उनके परिजनों की दवाई न छूटने पाए |  संस्था ने एचoआईoवीo संक्रमित गर्भवती महिलाओं का संस्थागत प्रसव कराने  व पतियों का एचआईवी टेस्ट, प्रसवोपरान्त बच्चे के लिए दवाई की व्यवस्था करवा रही है | बच्चे का इलाज 18 माह तक चलता है | इस दौरांन यह पता लगाने के लिए कि बच्चा एचाईवी संक्रमित है या नहीं, बच्चे का चार बार टेस्ट होता है | अंतिम टेस्ट कन्फर्मेटिव होता है |

दरअसल एचआईवी संक्रमित लोगों को नियमित रूप से एआरटी सेंटर से दवा लेनी होती है , लेकिन लॉकडाउन में ऐसे कई संक्रमित मरीज है, जिनकी दवा या तो खत्म होने के कगार पर है या ख़त्म हो चुकी है , ऐसे में  जिले के फ़ील्ड ऑफिसर आर्य अग्रवाल व बहराइच में वीरेन्द्र पाठक घर -घर जाकर एचआईवी संक्रमित गर्भवती महिलाओं तक दवा पहुंचा  रहे हैं और साथ ही साथ कोरोना के बारे में जागरूक कर रहे हैं और आरोग्य सेतु एप डाउनलोड करवा रहे हैं, अब तक दोनों  जिलों की 55-60 गर्भवती महिलाओं व उनके परिजन मरीजों के अलावा उनके बच्चों को भी दवा उपलब्ध कराई है |इस दौरांन यह पता लगाने के लिए कि बच्चा एचाईवी संक्रमित है या नहीं, बच्चे का चार बार टेस्ट होता है | अंतिम टेस्ट कन्फर्मेटिव होता है |