लखनऊ, 20 मई 2020 - बच्चा यदि भूखा है, तो वह बार – बार मुंह में हाथ डालता है, बार-बार साड़ी का पल्लू खींचता है, रोता है और खाने की तरफ लपकता हैं | यह कुछ संकेत हैं जो हर मां को समझना चाहिए | यह बातें मलिहाबाद ब्लॉक की सदरपुर क्षेत्र की आँगनवाड़ी कार्यकर्ता संगीता केंद्र पर आयी महिलाओं को ग्राम स्वास्थ्य पोषण दिवस(वीएचएनडी) के अवसर पर बता रही थीं | संगीता ने बताया – आज केंद्र पर 3 गर्भवती महिलाएं टीटी का टीका लगवाने के लिए आयीं थीं | उन्हें मैनें गर्भावस्था के दौरान पौष्टिक खान पान का सेवन करने कैल्शियम और आयरन की गोली का सेवन करने की सलाह दी | साथ ही 6 माह से ऊपर के बच्चों की माताओं को बताया कि 6 माह के बाद बच्चों को माँ के दूध के साथ ऊपरी आहार शुरू कर देना चाहिए | बच्चे को अलग कटोरी और चम्मच से खाना खिलाना चाहिए ताकि आप जान सकें कि बच्चा कितना खा रहा है | बच्चे को उसकी आयु के अनुसार खाना दें , खाना खिलाने में जबरदस्ती न करें। भोजन में तेल/घी डाल कर उसका घनत्व (Density) बढ़ायें । एक बार में एक ही तरह का भोजन दें। भोजन का प्रकार व मात्रा धीरे-धीरे बढ़ायें | संगीता ने बताया -आज केंद्र पर कुल 4 बच्चों के टीके लगे |
बाल विकास परियोजना अधिकारी निरुपमा ने बताया- लॉक डाउन के बाद अब धीरे धीरे सेवाएं शुरू हुयी हैं | अभी रेड जोन में सेवाएँ स्थगित हैं | केंद्र पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जा रहा है साथ में सभी को मास्क लगाने की सलाह भी दी जा रही है | हमारी कार्यकर्ताएं केंद्र पर व घर-घर जाकर लोगों को मास्क लगाने, 2 गज की दूरी बनाये रखने और बार बार 40 सेकेण्ड तक साबुन से हाथ धोने के प्रति सभी को जागरूक कर रही हैं | साथ ही वह लोगों को घर पर ही रहने की सलाह दे रही हैं कि जहाँ तक संभव हो घर पर ही रहें |
इस अवसर पर जिला कार्यक्रम अधिकारी अखिलेन्द्र दुबे ने कहा –आंगनवाड़ी कार्यकर्ता निगरानी समिति की सदस्य भी हैं | वह मातृ व शिशु देखभाल के साथ निगरानी समिति के सदस्य के रूप में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं |