लखनऊ, 21 जुलाई 2020 - एन-95 मास्क कोरोना संक्रमण में फायदा नहीं बल्कि नुकसान पहुंचा सकते हैं इस सम्बन्ध में केंद्र के स्वास्थ्य एवम परिवार कल्याण महानिदेशक डा. राजीव गर्ग ने सभी राज्यों के प्रमुख सचिवों तथा राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के राज्य निदेशकों को पत्र लिखकर जनता द्वारा प्रयोग किये जा रहे एन -95 मास्क के प्रयोग रोकने को निर्देश दिए हैं |
डा. राजीव ने अप्रैल में जारी एडवाइजरी के अनुसार कपड़े से बने मास्क को लगाने के लिए कहा है | एन-95 मास्क विशेष परिस्थितियों में अस्पतालों के चिकित्सकों के लिए या फिर प्रदूषण से बचाव के लिए लगाये जाते हैं | जबकि कोरोना संक्रमण में ये फायदे की जगह पर नुकसान पहुंचा रहे हैं क्योंकि एन-95 फ़िल्टर वाला मास्क होता है | यदि कोई संक्रमित व्यक्ति इसे लगाता है तो उसकी सांस में मौजूद वायरस फ़िल्टर यानी रेस्पीरेटर के माध्यम से बाहर निकल सकते हैं जिससे संक्रमण फ़ैल सकता है |
यह सभी को विदित है कि घर के बने मास्क और दोबारा उपयोग में लाये जाने वाले मास्क के उपयोग पर प्रधानमंत्री ने भी जोर दिया है | मास्क कोरोना संक्रमण को रोकने में अहम उपकरण है |