मास्क नहीं तो टोकेंगे - कोरोना को सख्ती से रोकेंगे



  • सोशल मीडिया पर छिड़ी मुहिम
  • ऑटो वाले अंकल- जो मास्क न लगाए, उसे बिल्कुल न बैठाएं
  • मेरे पास गाड़ी है-बंगला है, तुम्हारे पास क्या है – “मेरे पास मास्क है”
  • “मास्क की कीमत तुम क्या जानों रमेश बाबू” –जैसे डायलॉग की धूम
  • बिना मास्क पहुँचने वाले ग्राहकों को टोकना शुरू किया दुकानदारों ने

लखनऊ, 29 जुलाई-2020 - कोविड-19 यानि कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए इस समय सोशल मीडिया जैसे दमदार प्लेटफार्म पर जनजागरूकता की मुहिम छिड़ चुकी है । कोरोना वायरस की जब तक वैक्सीन नहीं आ जाती या मुकम्मल इलाज की व्यवस्था नहीं हो जाती तब तक लोगों को बाहर निकलने पर मास्क जरूर लगाने पर हर किसी का पूरा जोर है, क्योंकि इस जंग में यही सबसे कारगर हाथियार है । इसके साथ ही एक दूसरे से दो गज की दूरी और साबुन-पानी से बार-बार हाथ धोने को लेकर भी अपने-अपने अंदाज में जागरूकता फैलाई जा रही है ।

इस मुहिम के तहत जहाँ लोगों से मार्मिक अपील की जा रहीं हैं वहीँ जन-जन की जुबान पर रटे सुपरहिट फ़िल्मी डायलॉग का भी सहारा लिया जा रहा है । यही नहीं बिना मास्क बाहर निकलने वालों को अब पुलिसकर्मी ही नहीं रोक-टोक रहे हैं बल्कि दुकानदार भी बिना मास्क वालों को दुकान के अन्दर आने से रोकना शुरू कर दिए हैं । उनका साफ़ कहना है कि इसमें खुद की सुरक्षा के साथ दूसरों की भी सुरक्षा है ।

“ओम शांति ओम” फिल्म के मशहूर डायलाग “एक चुटकी सिन्दूर की कीमत तुम क्या जानों रमेश बाबू” की तर्ज पर ही एक सन्देश प्रसारित हो रहा है कि-“मास्क की कीमत तुम क्या जानों रमेश बाबू” । इसी तरह से “दीवार” फिल्म के सुपरहिट डायलॉग “ आज मेरे पास बंगला है, गाड़ी है, बैंक बैलेंस है, क्या है तुम्हारे पास” इसी तर्ज पर सोशल मीडिया पर एक पोस्टर वायरल हो रहा है- “मेरे पास गाड़ी है-बंगला है-तुम्हारे पास क्या है ? मेरे पास मास्क है ।”  एक अन्य पोस्टर में दो बच्चियों को ऑटो चालक से यह अपील करते हुए दिखाया गया है कि –“ऑटो वाले अंकल जो मास्क न लगाये- उसे बिल्कुल न बैठाएं ।”

कोरोना के खिलाफ लम्बी चलने वाली जंग को लेकर अब धीरे-धीरे हर वर्ग में जागरूकता आ रही है और लोगों को यह भी समझ में आ रहा है कि इस वक्त विशेष सतर्कता में ही सभी की भलाई है । इसीलिए अब बिना मास्क सड़क पर घूमने वालों को पुलिसकर्मी रोक रहें हैं और फोटो खींच रहे हैं ताकि आगे से ऐसी गलती लोग न करें । दुकानों के बाहर भी अब लिखा मिल जाएगा कि- “बिना मास्क दुकान के अन्दर प्रवेश वर्जित है ।” पार्क में बिना मास्क मार्निंग वाक पर पहुँचने वालों को भी टोका जा रहा है, उनका समझाया जा रहा है खुद को सुरक्षित रखने के साथ ही दूसरों को सुरक्षित बनाने के लिए यह बहुत जरूरी है ।

ज्ञात हो कि कोरोना वायरस का संक्रमण खांसने-छींकने से निकलने वाली बूंदों के संपर्क में आने से फैलता है । अगर नाक और मुंह मास्क से अच्छी तरह से ढका है तो यह बूँदें आपके स्वास नली तक नहीं पहुँच सकती । इसके साथ ही अगर एक दूसरे से दो गज की दूरी बनाकर रहेंगे तो भी खांसने-छींकने से निकलने वाली बूँदें आप तक नहीं पहुँच सकतीं । इसके साथ ही किसी वस्तु या सतह पर टिके वायरस के संक्रमण से साबुन-पानी से हाथ अच्छी तरह से हाथ धोने से बचा जा सकता है । इसके लिए जरूरी है कि नाक व मुंह को छूने से बचें ।