नई दिल्ली - प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 17 सितंबर को मध्य प्रदेश के दौरे पर रहेंगे, जहां वे कई अहम योजनाओं और अभियानों की शुरुआत करेंगे। इस दौरान प्रधानमंत्री 'स्वस्थ नारी सशक्त परिवार' और 'आठवें राष्ट्रीय पोषण माह' अभियान का शुभारंभ करेंगे। यह अभियान 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक देशभर में चलाया जाएगा और इसे अब तक का सबसे बड़ा मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य अभियान बताया जा रहा है।
इस अभियान के अंतर्गत एक लाख से अधिक स्वास्थ्य शिविर देश के आयुष्मान आरोग्य मंदिरों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी), जिला अस्पतालों और अन्य सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में आयोजित किए जाएंगे। साथ ही देशव्यापी रक्तदान अभियान भी चलाया जाएगा, जिसके लिए रक्तदाताओं का पंजीकरण ई-रक्तकोष पोर्टल पर किया जाएगा और MyGov के माध्यम से रक्तदान प्रतिज्ञा अभियान शुरू होगा।
इस दौरान प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (PM-JAY), आयुष्मान वय वंदना और आभा योजना के तहत लाभार्थियों का नामांकन भी कराएंगे। स्वास्थ्य शिविरों में कार्ड सत्यापन, शिकायत निवारण के लिए हेल्प डेस्क भी स्थापित किए जाएंगे। नागरिकों को निक्षय पोर्टल (www.nikshay.in) पर पंजीकरण के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा ताकि उन्हें जरूरी स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिल सके।
प्रधानमंत्री इस अवसर पर प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के तहत देशभर की लगभग 10 लाख महिलाओं के बैंक खातों में एक क्लिक से आर्थिक सहायता राशि सीधे हस्तांतरित करेंगे। साथ ही 'सुमन सखी' नामक एक विशेष चैटबॉट का भी शुभारंभ करेंगे, जो विशेष रूप से ग्रामीण और दूरदराज के क्षेत्रों की गर्भवती महिलाओं को समय पर स्वास्थ्य संबंधी सटीक जानकारी उपलब्ध कराएगा। प्रधानमंत्री ‘आदि सेवा पर्व’ की भी शुरुआत करेंगे, जो जनजातीय गौरव और राष्ट्र निर्माण की भावना को समर्पित एक विशेष पहल होगी। इसमें जनजातीय ग्राम कार्य योजना और जनजातीय ग्राम विजन 2030 पर विशेष ध्यान दिया जाएगा, जिससे हर गांव के लिए दीर्घकालिक विकास की रूपरेखा तैयार की जा सकेगी।
इसके साथ ही प्रधानमंत्री धार जिले में 2,150 एकड़ में फैले पीएम मित्र टेक्सटाइल पार्क का उद्घाटन करेंगे। इस पार्क में कॉमन एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट, सौर ऊर्जा संयंत्र और आधुनिक सड़क जैसी विश्वस्तरीय सुविधाएं होंगी। इससे खासतौर पर क्षेत्र के कपास उत्पादक किसानों को उनकी उपज का बेहतर मूल्य मिलेगा और आय में वृद्धि होगी।
प्रधानमंत्री राज्य सरकार की 'एक बगिया मां के नाम' पहल के अंतर्गत महिला स्वयं सहायता समूह की एक लाभार्थी को एक पौधा भेंट करेंगे। इस योजना के अंतर्गत मध्य प्रदेश की 10,000 से अधिक महिलाएं 'मां की बगिया' विकसित करेंगी। इन बगियाओं के रख-रखाव के लिए महिला समूहों को सभी जरूरी संसाधन उपलब्ध कराए जाएंगे।