बच्चों व महिलाओं के सेहत के लिए हुई ‘पोषण’ की कार्यशाला



  • गर्भकाल में महिलाएं करें पोषणयुक्त भोजन
  • गर्भवती की हुई गोदभराई, बच्चों का हुआ अन्नप्राशन
  • बाल पिटारा एवं सहयोग एप के सफल क्रियान्वयन का हुआ सजीव प्रसारण

औरैया  - पोषण माह के अंतर्गत बच्चों, किशोरियों व महिलाओं की सेहत में सुधार लाने के लिए जिलाधिकारी के निर्देशानुसार  शुक्रवार को ब्लॉक बिधूना के एक स्थानीय गेस्ट हाउस में पोषण कार्यशाला हुई । कार्यशाला में कुपोषित महिलाओं, बच्चों के लिए पुष्टाहार विभाग की ओर से चलाई जा रही कल्याणकारी योजनाओं और पोषण अभियान के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई।

बिधूना सांसद प्रतिनिधि मुकुट बिहारी सिंह और ऋषि पांडेय तथा डिविजनल मजिस्ट्रेट (एसडीएम) लवलीत कौर की मौजूदगी में गर्भवती महिलाओं की गोदभराई की गई और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को साड़ी वितरित की गई। साथ ही लखनऊ से सीएम योगी आदित्यनाथ की ओर से आंगनबाड़ी केंद्रों का लोकार्पण एवं शिलान्यास सक्षम आंगनबाड़ी पुस्तिका, बाल पिटारा एवं सहयोग एप का सफल संचालन कार्यक्रम के शुभारंभ का सजीव प्रसारण अधिकारियों व कर्मचारियों ने देखा।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि, बिधूना सांसद प्रतिनिधि ने कहा कि महिलाओं को अपने गर्भकाल में ही अपने बच्चे पर ध्यान देना चाहिए। यदि गर्भकाल के समय महिलाएं पौष्टिक भोजन करें, तो इससे बच्चे को पर्याप्त भोजन मिलेगा और पैदा होने पर बच्चे कुपोषित नहीं होंगे। इसलिए गर्भकाल के दौरान महिलाओं को अधिक पोषणयुक्त भोजन करना चाहिए। उन्होंने महिलाओं को स्थानीय खाद्य पदार्थों एवं पौष्टिक भोजन के प्रति जागरूक किया।

सब डिविजनल मजिस्ट्रेट (एसडीएम) ने कहा कि बच्चों, महिलाओं को कुपोषण से बचाने के लिए छोटी-छोटी महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। हरी सब्जी, आयोडीन नमक, दूध, दही इत्यादि का सेवन करें। कुपोषण से बचाव के लिए लोगों को जागरूक करने की बहुत ज्यादा आवश्यकता है। इसके लिए महिला कल्याण एवं बाल विकास विभाग द्वारा विभिन्न कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं।

जिला कार्यक्रम अधिकारी वीरेंद्र कुमार ने सभी महिलाओं को कुपोषण से बचाव व सुपोषण संबंधित जानकारी दी।

इस मौके पर बीडीओ बिधूना जितेंद्र बाबू यादव , ब्लॉक बिधूना के बाल विकास परियोजना अधिकारी अभिषेक कुमार और ब्लाक एरवाकटरा, सहार और अछल्दा के बाल विकास परियोजना अधिकारी तथा समस्त  आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहित गर्भवती महिलाएं और धात्री मातायें उपस्थित रहीं।