अब पंचायत सहायक भी बनाएंगे आयुष्मान कार्ड



  • मुख्य विकास अधिकारी ने बैठक कर दिये दिशा-निर्देश
  • जिले में 30 सितम्बर तक आयुष्मान पखवाड़े में निःशुल्क बनाए जाएंगे कार्ड

गोरखपुर - प्रत्येक गांव में तैनात पंचायत सहायक भी अब पात्र लाभार्थियों का आयुष्मान कार्ड बनाएंगे। इस संबंध में मुख्य विकास अधिकारी संजय कुमार मीना ने ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों के साथ शनिवार को बैठक कर दिशा-निर्देश दिये हैं । अंत्योदय कार्डधारक कोटेदार से समन्वय स्थापित कर पंचायत सहायक से आयुष्मान कार्ड बनवा सकेंगे । जिले में 30 सितम्बर तक आयुष्मान पखवाड़े के दौरान सभी विलेज लेवल इंटरप्रेन्योर (वीएलई) केंद्रों, आशा कार्यकर्ताओं और सीएचओ के माध्यम से निःशुल्क आयुष्मान कार्ड बनवाया जा सकता है । कार्ड उन्हीं लोगों का बनाया जाता है जो आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना या मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान के पात्र लाभार्थी हैं । कार्ड के जरिये लाभार्थी परिवार पांच लाख रुपये तक का निःशुल्क इलाज संबद्ध अस्पताल में भर्ती होकर प्राप्त कर सकता है। पहले से कार्ड रहने से इलाज समय से हो जाता है ।

मुख्य विकास अधिकारी ने सभी ब्लॉक विकास अधिकारियों (बीडीओ) को निर्देशित किया है कि पंचायत सहायकों के जरिये आयुष्मान कार्ड बनवाए जाएं। पंचायत सहायक कोटेदारों और आशा कार्यकर्ताओं से समन्वय स्थापित कर कार्ड बनाएं और आवश्यकतानुसार वीएलई केंद्र पर भी लाभार्थी को भेज कर कार्ड बनवाना सुनिश्चित करें । बीडीओ प्रत्येक दिन समीक्षा करेंगे और सीडीओ के स्तर से भी इसकी समय समय पर समीक्षा की जाएगी । सामाजिक आर्थिक जनगणना 2011 की सूची के जरिये चयनित लाभार्थियों के साथ सभी अंत्योदय कार्ड धारक परिवार के सदस्य और श्रम विभाग की ओर से चयनित श्रम कार्ड वाले भवन निर्माण से जुड़े श्रमिक ही योजना के लाभार्थी हैं। इन सभी लाभार्थियों का कार्ड बनाया जाना है।

आशा कार्यकर्ता भी बनाएंगी कार्ड : मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आशुतोष कुमार दूबे ने बताया कि आयुष्मान भारत योजना के नोडल अधिकारी डॉ अनिल कुमार सिंह, जिला कार्यक्रम समन्वयक डॉ संचिता मल्ल, जिला शिकायत प्रबंधक विनय कुमार पाण्डेय और जिला सूचना तंत्र प्रबंधक शशांक शेखर के जरिये सभी वीएलई, पंचायत सहायकों, आशा कार्यकर्ताओं और सीएचओ को आवश्यक सहयोग दिया जाएगा । उन्होंने बताया कि राशन कार्ड और आधार कार्ड की मदद से आशा कार्यकर्ता द्वारा फेस आथेंटिकेशन एप के जरिये भी आयुष्मान कार्ड बनवाया जा सकता है और उसका प्रिंट पंचायत सहायक के जरिये हासिल किया जा सकता है । जिले में आयुष्मान कार्ड के पात्र लाभार्थियों की संख्या करीब 20.16 लाख है, जबकि आयुष्मान कार्ड महज साढ़े पांच लाख लाभार्थियों ने ही बनवाया है। इस कार्ड के जरिये देश में योजना से संबद्ध किसी भी सरकारी या निजी अस्पताल में भर्ती होकर पांच लाख तक का निःशुल्क इलाज पा सकते हैं ।

ऐसे जांचें पात्रता :

  • निःशुल्क हेल्पलाइन नंबर 14555 डॉयल करके
  • सूचीबद्ध अस्पताल के आरोग्य मित्र से संपर्क करके
  • नजदीकी जनसेवा केंद्र की मदद से

ऐसे बनता है आयुष्मान कार्ड

  • सूचीबद्ध निजी और सरकारी अस्पतालों में आयुष्मान कार्ड हमेशा निःशुल्क बनाए जाते हैं
  • आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए व्यक्तिगत पहचानपत्र के तौर पर आधार कार्ड आवश्यक
  • परिवार की पहचान के लिए राशन कार्ड अथवा प्रधानमंत्री या मुख्यमंत्री का पत्र अथवा परिवार रजिस्टर की नकल साथ लेकर जाएं

इन गंभीर बीमारियों का भी इलाज संभव : योजना के तहत किडनी रोग, घुटना प्रत्यारोपण, कैंसर, ह्रदय रोग, मोतियाबिंद और कई प्रकार की जटिल सर्जरी की सुविधा मरीज के भर्ती होने के बाद निःशुल्क दी जा रही है। पहले से कार्ड होने से वेरिफिकेशन में लगने वाला समय बच जाता है।