एक से 31 अक्टूबर तक विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान चलेगा



  • जिला एवं ब्लॉक स्तरीय पशुपालन अधिकारियों को दिया गया प्रशिक्षण

लखनऊ - एक से 31 अक्टूबर तक विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान चलेगा | इसी क्रम में मुख्य चिकित्सा अधिकारी के निर्देशन में स्वास्थ्य विभाग के तत्वावधान में स्वयंसेवी संस्था पाथ-सी.एच.आर.आई. (सेंटर फॉर हेल्थ एंड रिसर्च इनोवेशन) के सहयोग से बुधवार को जिला एवं ब्लॉक स्तरीय पशुपालन अधिकारियों का ऑनलाइन अभिमुखीकरण प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित हुआ |  

जिला पशुपालन अधिकारी डा. ए.के.वर्मा ने कहा कि संचारी रोग नियंत्रण अभियान मुख्यमंत्री की प्राथमिकता में है | दिमागी बुखार जानवरों से फैलने वाली बीमारी है | इसलिए इसकी रोकथाम में पशुपालन विभाग की भूमिका अहम है | सूकर पालकों को अन्य व्यवसाय के लिए प्रेरित करना, साथ ही सूकर पालन के स्थल पर वेक्टर नियंत्रण, आवश्यकतानुसार सीरो सर्विलांस, जागरूकता आदि कार्य पशुपालन विभाग के द्वारा ही कराया जाता है |  हमें अपना शत प्रतिशत देते हुए इस अभियान को सफल बनाना है ताकि इस बीमारी से लोगों को बचाया जा सके |

प्रशिक्षण कार्यक्रम में जिला मलेरिया अधिकारी डा. रितु श्रीवास्तव ने कहा कि यह अभियान स्वास्थ्य विभाग, पशुपालन, पंचायती राज विभाग सहित दस विभागों के सहयोग से चलाया जाएगा | स्वास्थ्य विभाग नोडल विभाग की भूमिका में है | इस अभियान में पशुपालन विभाग की अहम भूमिका है |

जिला मेलरिया अधिकारी ने कहा कि जापानी इंसेफेलाइटिस (जेई) या दिमागी बुखार एक वेक्टरजनित बीमारी है जो मुख्य रूप से संक्रमित क्यूलेक्स विश्नोई मच्छर के काटने से फैलती है | इसके संक्रमण में सूकर विशेष भूमिका निभाते हैं | जब संक्रमित सूकर को कोई मच्छर काटता है तो वह मच्छर संक्रमित हो जाता है और इस संक्रमित मच्छर दवारा  मनुष्य को काटने पर मनुष्य संक्रमित हो जाता है | इसलिए सूकरबाड़ों की साफ सफाई और रखरखाव बहुत जरूरी है |

पाथ-सीएचआरआई के आईवीएम समन्वयक आशीष कुमार वर्मा ने बताया कि जेई से बचने के लिए इसका टीका लगवाना चाहिए | मच्छरों को पनपने के लिए घर व आस-पास पानी इकट्ठा न होने दें | पशुओं के रखरखाव की जगह साफ तथा अपने रहने के स्थान से दूर रखें | खुले में शौच न करें, हैंडपंप के पास पानी का जलभराव न होने दें पूरी बांह के कपड़े पहने, मच्छररोधी क्रीम व अगरबत्ती का प्रयोग करें | कमरे और खिड़कियों में जाली लगवाएं | बुखार होने पर स्वयं कोई इलाज न करें निकटतम स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर जांच और इलाज कराएं |

इस मौके पर जिला मलेरिया कार्यालय से सभी मलेरिया इंस्पेक्टर, यूनिसेफ से डी.एम.सी. डॉ. सुजीत सिंह और सभी ब्लॉक स्तरीय पशुपालन अधिकारी उपस्थित रहे |