मास्क के साथ चश्मा करता है दिक्कत तो अपनाएं जरूरी टिप्स



लखनऊ, 24 सितम्बर 2020 - कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए जहां मास्क लगाने,  एक दूसरे से दो गज की दूरी और बार - बार साबुन-पानी से हाथ धोने पर जोर दिया जा रहा है  वहीँ मास्क लगाना उन लोगों के लिए भी दिक्कत पैदा करता है जो चश्मा लगाते हैं | इसका कारण यह है कि मास्क लगाने पर चश्मे पर वाष्प जम जाती है , जिससे सब कुछ धुंधला दिखाई देता है |

इस सम्बन्ध में नेशनल होम्योपैथिक काउन्सिल के पूर्व सदस्य एवं वरिष्ठ होम्योपैथिक चिकित्सक डा. अनुरुद्ध वर्मा बताते हैं – जो व्यक्ति चश्मा लगाते हैं उन्हें ऐसी बनावट के मास्क का उपयोग करना चाहिए जिसका नाक पर रहने वाला हिस्सा तिकोना या वी आकार का हो तथा वह नाक पर सही से  फिट बैठे | इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि मास्क लगाने के बाद चश्मा पहनें ताकि मास्क  चश्मे से दबा रहे | इससे यह होगा कि सांस की गर्म हवा चश्मे के अन्दर न जाकर ऊपर से निकल जाएगी और चश्मे पर नहीं जमा होने पायेगी |

डा. अनुरुद्ध वर्मा  बताते हैं- बरसात के मौसम में बाहर का तापमान कम होता है और जो सांस के माध्यम से हवा हमारे शरीर से बाहर आती है उसका तापमान अधिक होता है | नाक और मास्क के बीच खाली जगह होने से हमारे द्वारा छोड़े जाने वाली सांस सीधे ऊपर की और जाकर चश्मे के लेंस से टकराती है | इसलिए ऐसा मास्क लेना चाहिए जिसमें नाक में आने वाला हिस्सा वी आकार का हो और उसमें क्लिप लगी हो और यदि हम मास्क  घर में ही सिल रहे हैं तो इस हिस्से में बकरम की तरह एक क्लिप डाल दें | एक उपाय  हम और भी कर सकते हैं कि हम टिश्यू पेपर की एक पट्टी  बनाकर इस तरह  सेट करें कि व मास्क के ऊपरी किनारे के साथ बॉर्डर का काम करे | ऐसा करने से टिश्यू पेपर सांस की गर्म हवा को चश्मे तक नहीं जाने देगा | वह इसे सोख लेगा |