सभी ने अनुशासन को माना, कालोनी में नहीं फ़ैल पाया कोरोना : सिटिजन जर्नलिस्ट कर्नल आदि शंकर मिश्र



- भूतपूर्व सैनिकों की आवासीय कालोनी सैनिक नगर ने पेश की मिसाल
- कालोनी में बुजुर्गों की संख्या अधिक होने से सभी ने बरती खास सतर्कता

लखनऊ, 15 अक्टूबर 2020 -  कड़े अनुशासन के लिए प्रसिद्ध देश की सेना में सेवा दे चुके सैन्य कर्मचारियों और अधिकारियों ने कोरोना के इस संकट के दौर में भी अपनी सूझबूझ और अनुशासन के जरिये भूतपूर्व सैनिकों की आवासीय कालोनी सैनिक नगर में कोरोना के प्रसार को रोकने में कामयाब रहे । राजधानी की इस कालोनी में रहने वालों में बुजुर्गों की तादाद अधिक है, ऐसे में सभी को कोरोना से सुरक्षित रखना बड़ी जिम्मेदारी का काम था । इस काम में अग्रणी भूमिका निभाने वाले कर्नल (सेवानिवृत्त) आदि शंकर मिश्र ने खास एहतियात बरतने के बारे में लोगों को जागरूक किया ताकि वायरस को फैलने से रोका जा सके । उनकी पहल रंग लायी और पिछले आठ महीने के दौरान जहाँ राजधानी में हजारों लोग इस वायरस की चपेट में आये वहीँ इस कालोनी में जैसे ही कोई केस सामने आया वैसे ही कान्टेक्ट ट्रेसिंग से लेकर सेनेटाइजेशन पर पूरा जोर दिया गया ताकि वायरस के संक्रमण से लोगों को महफूज रखा जा सके ।  

​72 वर्षीय श्री मिश्र राजधानी में कोरोना के पाँव पसारने की शुरुआत से ही सोशल मीडिया के जरिये लोगों को जागरूक करने में अहम भूमिका निभा रहे हैं । उनका मानना है कि अधिक उम्र के कारण बाहर न निकलने वालों को इसके जरिये मदद पहुंचाने में सहूलियत हुई । कालोनी के व्हाट्सएप ग्रुप के जरिये कोरोना के लक्षण, उपाय और बचाव के बारे में सभी को बखूबी बताया गया । रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढाने के लिए खानपान के साथ ही व्यायाम, योग और प्राणायाम, काढ़ा, गुनगुने पानी आदि के बारे में भी समझाया गया । उनका कहना है कि एक सैनिक वैसे भी अपने कड़े अनुशासन के लिए जाना जाता है और जब उनको इतने सारे टिप्स मिल गए तो उन्होंने जीवन में उसे उतार लिया और सभी को कोरोना से उबार लिया । इसके अलावा कालोनी के एक गेट को बंद रखा गया ताकि बाहरी लोगों की आवाजाही को रोका जा सके । घरों में काम करने आने वालों को भी मास्क और साबुन-पानी से हाथ की सफाई रखने का पालन कराया गया ।  

​श्री मिश्र शरीर को पूरी तरह से स्वस्थ रखने के बारे में जरूरी टिप्स देते हुए बताते हैं कि सुबह ब्रह्म मुहूर्त में सोकर उठ जाना चाहिए यानि गर्मियों में सुबह पांच बजे और सर्दियों में सुबह छह बजे । उठने के बाद दो-तीन गिलास गुनगुना पानी पीना चाहिए । सुबह का नाश्ता आठ- साढे आठ बजे तक, दोपहर का भोजन दो बजे के पहले और रात का भोजन आठ बजे तक कर लेना चाहिए । खाली पेट चाय पीने से बचें और दिन में चार-पांच बार पानी जरूर पियें । कोरोना काल में दो बार काढ़ा पिया जा सकता है । चाय पत्ती की जगह हर्बल ग्रीन चाय, गिलोय, तुलसी, सहजन की पत्तियां, अदरक, काली मिर्च, लौंग, मुलेठी और दालचीनी उबालकर जब आधा रह जाए तो थोडा सा केसर मिलाएं और जरूरत के अनुसार गुड़ या खांड डालकर छान लें और नीबू मिलाकर पीने से इम्युनिटी ठीक रहेगी । इससे वायरस से लड़ने की ताकत मिलेगी । सोने से पहले हल्दी-दूध भी बहुत ही फायदेमंद होता है । घर का बना शाकाहारी भोजन ही ग्रहण करें, जंक फ़ूड से पूरी तरह बचना चाहिए ।

शारीरिक श्रम है जरूरी : ​सही खानपान के साथ शारीरिक श्रम भी स्वस्थ रहने के लिए बहुत जरूरी होता है । सुबह उठने के बाद टहलना, जागिंग, योग, ध्यान और प्राणायाम बहुत जरूरी है । इससे शारीरिक स्फूर्ति के साथ सकारात्मक विचार भी आते हैं जो कि मानसिक स्वास्थ्य के लिए बहुत ही जरूरी है । आज अधिकतर बीमारियाँ चाहे वह डायबिटीज हो या हृदय रोग या हाइपरटेंशन यह शारीरिक श्रम न करने की वजह से ही बढ़ रही हैं । श्री मिश्र का कहना है कि इस उम्र में उनको इतना एक्टिव देखकर कालोनी के अन्य लोग उनसे प्रेरणा लेकर इन चीजों को अपनाने को लेकर आगे आ रहे हैं ।

दो गज की दूरी- मास्क भी बहुत जरूरी : ​कर्नल श्री मिश्र का कहना है कि कोरोना वायरस को मात देने के लिए जरूरी है कि जब भी बाहर निकलें तो मास्क से नाक और मुंह को अच्छी तरह से ढककर रखें और जिससे भी मिलें उससे दो गज की दूरी बनाकर रखें । इसके अलावा अपने हाथों को साबुन-पानी से बार-बार अच्छी तरह से धुलते रहें । सार्वजानिक स्थानों पर स्वच्छ स्वस्थ व्यवहार अपनाएँ, जैसे-खांसते और छींकते समय रुमाल या टिश्यू पेपर का इस्तेमाल करें । टिश्यू पेपर या मास्क को बंद डस्टबिन में ही डालें ।