लखनऊ, 9 नवम्बर 2020 - काकोरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) पर सोमवार को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान का आयोजन किया गया | कोविड के कारण बाधित स्वास्थ्य सेवाएँ फिर से शुरू हो गयी हैं जिसका उदाहरण है कि हर माह की नौ तारीख़ को मनाए जाने वाले प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान की भी शुरुआत हो चुकी है। अब हर गर्भवती इस दिवस पर आकर प्रसव पूर्व सम्पूर्ण जांच करा सकती है- यह जानकारी चिकित्साधीक्षक डा. उमा शंकर लाल ने दी | उन्होंने बताया- कोरोना के कारण लोग अस्पताल कम आ रहे थे | गर्भवती प्रसव के लिए केन्द्रों पर आ रही हैं लेकिन जांच के लिए कम आ रही थी। जबकि गर्भावस्था व प्रसव के समय होने वाले खतरों से मातृ एवं शिशु को बचाने के लिए प्रसव पूर्व जांच बहुत जरूरी है । कोरोना से बचाव के सभी प्रोटोकॉल का पालन करते हुए इस दिवस का आयोजन किया गया | आशा कार्यकर्त्ताओं को यह जिम्मेदारी दी गयी थी कि वह अपने-अपने क्षेत्र की गर्भवतियों को लेकर अस्पताल आयें और उनकी जांच कराएँ |
महिला रोग विशेषज्ञ डा. सोमा जैन ने बताया - किसी भी गर्भावस्था में जहाँ जटिलताओं की संभावना अधिक होती है उस गर्भावस्था को हाई रिस्क प्रेगनेंसी या उच्च जोखिम वाली गर्भवस्था में रखा जाता है। इसका पता लगाने के लिए प्रशिक्षित चिकित्सक द्वारा प्रसव पूर्व चार सम्पूर्ण जांच कराना बहुत जरूरी होता है ताकि समय रहते इसका पता लगाकर, इससे होने वाले खतरों से गर्भवती को बचाया जा सके। सोमवार को केंद्र पर 80 गर्भवती की जाँच हुयी जिसमें नौ उच्च जोखिम वाली गर्भावस्था (एचआरपी) निकलीं |
ब्लाक समुदाय प्रक्रिया प्रबंधक प्रद्युम्न कुमार मौर्य ने बताया- इस अवसर पर सीएचसी पर आने वाली गर्भवतियों को फल का वितरण किया गया |