दिल्ली - वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से निपटने के लिए DRDO द्वारा ‘2-डीजी’ दवा विकसित की गई है। इस दवा की 10 हजार डोज का पहला बैच आज या कल में मिलने की संभावना है। इसके साथ ही भविष्य को देखते हुए इसके प्रोडक्शन को बढ़ाने पर भी जोर दिया जा रहा है।
ऑक्सीजन पर निर्भरता में लाती है कमी : यह दवा ना केवल मरीजों को जल्दी रिकवर होने में मदद करती है, बल्कि उनकी ऑक्सीजन पर निर्भरता भी कम करती है। परीक्षणों में पाया गया है कि इस दवा के इस्तेमाल से मरीजों की ऑक्सीजन 3 दिन पहले हट गई।
डीआरडीओ के निर्माताओं ने जानकारी दी कि दवा निर्माता भविष्य में उपयोग के लिए दवा के उत्पादन पर तेजी लाने पर काम कर रहे हैं। बता दें कि इस दवा को डीआरडीओ की एक टीम ने विकसित किया है। यह कोविड-19 मरीजों के अस्पताल में भर्ती रहने की अवधि भी कम करती है। बता दें कि पिछले साल कोरोना महामारी शुरू होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से तैयारियों करने का आह्वान किया गया, जिसके बाद डीआरडीओ ने इस दवा पर काम शुरू किया था ।