मास्क बन गया कमाई का जरिया , गोंडा के छोटे से गाँव की मिथलेश शुक्ला एवं कंचन शुक्ला ने पेश की मिसाल



गोंडा डेस्क -  मन में अगर कुछ करने की लगन हो तो मुश्किलें खुद ही हार जाती हैं। कोरोना संक्रमण के दौरान जब गांवों में काम-धंधा ठप हुआ तो रोजगार का संकट खड़ा हो गया। ऐसे में ख़ुशी फॉउण्डेशन के SMILE FOR EVERY FACE प्रोजेक्ट से जुड़ी महिलाओं के स्वयं सहायता समूह ने घर बैठे रोजगार ढूंढ़ लिया। कोरोना से बचाव को लेकर बढ़ी मास्क की डिमांड ने उन्हें नया अवसर उपलब्ध कराया। अब वह खुद मास्क सिलकर स्थानीय बाजारों में बेच देती हैं।

एक मास्क की कीमत 20 रुपये तय की गई है। महिलाएं घर पर बैठकर ही मास्क तैयार करती हैं। इनमें उनके बच्चे भी सहयोग करते हैं। इसके बाद वह मास्क स्थानीय मेडिकल स्टोर, किराना व सब्जी की दुकानों पर थोक में बेच देती हैं।

जिले के मिश्रनपुरवा गाँव की करीब मिथलेश शुक्ला एवं कंचन शुक्ला गाँव की 06 महिलाओं के साथ मास्क तैयार कर रही हैं। अब तक वह एक हजार मास्क तैयार कर के बाजार में दे चुकी हैं। मास्क बनाने के अलावा यह महिलाएं ज़रूरतमंदों की मदद के लिए भी हमेशा तैयार रहती हैं।