लखनऊ - राजधानी में कोरोना की दूसरी लहर से सभी लोगों में खौफ है। वहीं, अब तीसरी लहर आने की आशंका है। ऐसे में अब 4 जून से सीरो सर्वे चलाया जाएगा, तीन दिन तक सर्वे चलेगा। इसके जरिए यह पता लगाया जाएगा कि कितनी फीसदी आबादी संक्रमण की चपेट में आ चुकी है, ताकि कोरोना वायरस से निपटने के लिए उचित प्लान बनाया जा सके।
बृहस्पतिवार को स्वास्थ्य विभाग ने सीरो सर्वे से जुड़ी सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। जांच के लिए हर टीम का क्षेत्र चिह्नित किया गया है। कुल मिलाकर शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में चलने वाले इस अभियान के तहत 1434 लोगों के नमूने लिए जाएंगे।
मुख्य चिकित्साधिकारी डा. संजय भटनागर ने बताया कि तीन दिनों तक सीरो सर्वे के तहत 1434 लोगों के नमूने लिए जाएंगे। सीरो सर्वे के तहत खून के नमूने लिए जाएंगे। सभी नमूनों को जांच के लिए किंग जार्ज चिकित्सा विविद्यालय (केजीएमयू) में भेजा जाएगा, जहां जांच कर रिपोर्ट तैयार की जाएगी, जिसे स्वास्थ्य विभाग से उच्च अधिकारियों को भेजा जाएगा, ताकि कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए रणनीय बनायी जा सके।
कैसे होगा सर्वे : सर्वे में सभी उम्र के लोगों को शामिल किया गया है. युवा, बुजुर्ग, महिलाओं के साथ मलिन बस्तियों में रहने वाले लोगों के खून के नमूने भी लिए जाएंगे | केजीएमयू (KGMU) में नमूनों की जांच कर रिपोर्ट तैयार होगी | पिछले साल लिए गए नमूनों की तरह ही केजीएमयू से आने वाली तमाम रिपोर्टों को स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों को भेजा जाएगा | जिसके बाद सरकार को तय करना होगा कि आखिर कोरोना की दूसरी लहर में लोगों के बीच में कितनी हार्ड इम्युनिटी पैदा हुई है? साथ ही कोरोना से लड़ने के लिए कितनी क्षमता विकसित हुई है |