बच्‍चों के स्‍वास्‍थ्‍य और सामाजिक विकास के लिए जरुरी है परिवार नियोजन



  • परिवार नियोजन के क्षेत्र में बेहतर कार्य करने वाले अधिकारी व फ्रंटलाइन वर्कर्स को मिला सम्‍मान 
  • महिला नसबन्‍दी में डॉ एसआर कन्‍नौजिया और पुरुष नसबन्‍दी में डॉ आर के चौधरी को मिला सम्मान

संतकबीरनगर  - परिवार नियोजन की आवश्यकता व्यक्तिगत स्तर पर ही नहीं वैश्विक स्तर पर भी है। नियोजित परिवार में जहां संसाधनों का प्रबंधन बेहतर होता है, वहीं दूसरी तरफ बच्‍चों का स्‍वास्‍थ्‍य भी बेहतर रहता है। बढ़ती आबादी अपने प्राकृतिक और निर्मित संसाधनों पर बहुत दबाव डालती है। परिवार नियोजन से मातृ व शिशु मृत्‍यु दर को नियंत्रित करने में सहायता मिली है। इसलिए सभी स्‍वास्‍थ्‍य कार्यकर्ता व फ्रंटलाइन वर्कर्स इस कार्यक्रम पर विशेष रुप से ध्‍यान दें, ताकि एक स्‍वस्‍थ व नियोजित राष्‍ट्र की स्‍थापना हो सके।

यह बातें मुख्‍य चिकित्‍सा अधिकारी डॉ अनिरुद्ध कुमार सिंह ने परिवार नियोजन कार्यक्रम 2022 – 23 में बेहतर प्रदर्शन करने वाले स्‍वास्‍थ्‍य विभाग के अधिकारियों व अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं के सम्‍मान समारोह को संबोधित करते हुए बतौर मुख्‍य अतिथि कही। इस अवसर पर अपर मुख्‍य चिकित्‍सा अधिकारी परिवार कल्‍याण डॉ मोहन झा ने कहा कि परिवार नियोजन के लिए दो तरह के साधनों स्थायी व अस्थायी का प्रयोग किया जाता है। इन साधनों का उपयोग करके न सिर्फ  परिवार को नियोजित रखा जा सकता है, बल्कि बच्‍चों में अंतर रखकर मातृ व शिशु मृत्‍यु के मामलों को भी कम किया जा सकता है। इस अवसर पर ड्रिस्ट्रिक्ट फैमिली लॉजिस्टिक मैनेजर इम्तियाज अहमद ने कहा कि परिवार नियोजन अपनाने वाले लोगों को मोटीवेट करने के साथ ही साथ उनको इसके लिए तैयार करने की जिम्‍मेदारी अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं की है। वह अपने कार्यक्षेत्र में अपने दायित्‍वों का निर्वहन करें तो इसके लक्ष्‍य को प्राप्‍त किया जा सकता है। इस दौरा जिला कार्यक्रम प्रबंधक विनीत श्रीवास्तवने कहा कि परिवार नियोजन के साधन अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं के साथ ही हर स्‍वास्‍थ्‍य इकाई के पास उपलब्‍ध हैं।

इस दौरान डीपीएम विनीत श्रीवास्‍तव, एससीएमओ डॉ मोहन झा, डॉ शशि सिंह, डॉ विजय गुप्ता, डॉ एस आर कन्नौजिया, डॉ आर एस यादव, जयेन्द्र विक्रम सिंह, अभय त्रिपाठी समेत अन्य लोग प्रमुख तौर पर मौजूद रहे।