आतंकियों को बहन-बेटियों के सिंदूर हटाने का अंजाम पता चल गया: पीएम मोदी



नई दिल्ली -  22 अप्रैल को पहलगाम बैसरन घाटी, कश्मीर में पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों द्वारा की गई कायराना हरकत में जान गंवाने वाले निर्दोष नागरिकों को न्याय दिलाने के लिए 'ऑपरेशन सिंदूर' शुरू किया गया । आज 'ऑपरेशन सिंदूर' की सफलता के बाद प्रधानमंत्री ने राष्ट्र को संबोधित किया। उन्होंने बताया कि भारतीय सेना ने अपनी क्षमता और तकनीकी श्रेष्ठता दुनिया के सामने साबित की। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह युग युद्ध का नहीं है, और न ही आतंकवाद का। ऐसे में अगर पाकिस्तान को बचना है तो उसे आतंकी इंफ्रास्ट्रक्चर को समाप्त करना ही होगा। और पाकिस्तान से बात केवल पीओके और आतंकवाद पर होगी।
 
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि, भारत किसी भी प्रकार के न्यूक्लियर ब्लैकमेल को सहन नहीं करेगा। न्यूक्लियर ब्लैकमेल के नाम पर पनप रहे आतंकी ठिकानों पर भारत सटीक और निर्णायक प्रहार करेगा। भारत आतंकवाद का समर्थन करने वाली सरकारों और आतंक के आकाओं को अलग-अलग नहीं देखेगा।
 
उन्होंने यह भी बताया कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान दुनिया के सामने बेनकाब हुआ है। पाकिस्तान आतंकवादियों के साथ खुलेआम नज़र आया और जनाजे में पाकिस्तानी सेना के बड़े अफसर मौजूद रहे। प्रधानमंत्री ने यह भी बताया कि कैसे घबराए हुए पाकिस्तान ने भारत से सैन्य कार्रवाई रोकने की गुहार लगाई। उन्होंने कहा कि फिलहाल कार्रवाई सिर्फ स्थगित हुई है, रुकी नहीं है।
 
भारतीय सेनाओं द्वारा आतंकी ठिकानों पर सटीक हमलों से पाकिस्तानी सरकार घबरा उठी है। पाकिस्तान में खुलेआम घूम रहे आतंकवादी एक झटके में समाप्त हो गए। बौखलाहट में पाकिस्तान ने ड्रोन और मिसाइलों से भारत में हमला करने की कोशिश की। स्कूल-कॉलेज, मंदिर-गुरुद्वारों को निशाना बनाया। लेकिन मेड इन इंडिया एयर डिफेंस के सामने पाकिस्तानी हथियार तिनके की तरह बिखर गए।
 
प्रधानमंत्री ने सेनाओं की वीरता-पराक्रम और साहस को सभी भारत वासियों की ओर से सलाम किया। उन्होंने कहा कि धर्म पूछकर लोगों को उनके परिवार के सामने क्रूरता के साथ मारने वालों को अब पता होना चाहिए कि हमारी बहन-बेटियों के माथे से सिंदूर हटाने का अंजाम क्या होता है। ऑपरेशन सिंदूर न्याय की अखंड प्रतिज्ञा थी। यह देश की भावना थी। जिसे भारतीय सेनाओं ने 6-7 मई को पूरा किया।