- काकोरी और मलिहाबाद में 39-39 और माल में 34 को प्रदान की पोषक सामग्री
लखनऊ - राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम(एनटीईपी) के तहत स्वयंसेवी संस्था प्लान इंडिया ने मंगलवार को 112 टीबी मरीजों को गोद लिया और पोषक सामग्री प्रदान की।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र काकोरी पर जिला क्षय रोग अधिकारी डा.आर.वी.सिंह के निर्देशन में टीबी मरीजों को गोद लेने का कार्यक्रम आयोजित हुआ | इसके तहत प्लान इंडिया ने 39 टीबी मरीजों को गोद लिया एवं पोषण सामग्री प्रदान की । पोषण सामग्री में मसूर,अरहर और उड़द की दाल, मूंगफली, सरसों का तेल, चावल व अन्य सामान शामिल थे।
इस अवसर पर सीएचसी अधीक्षक डा. अवधेश ने पोषण सामग्री प्रदान करते हुए टीबी मरीजों से कहा कि इसका सेवन वह खुद करें। टीबी के इलाज में जितना जरूरी दवाओं का नियमित सेवन होता है उतना ही जरूरी पौष्टिक खाद्य पदार्थों का सेवन भीहोता है। दवाएं जल्दी असर करें इसके लिए जरूरी है कि मौसमी फल, दूध, अंडा, दाल, सोयाबीन आदि का सेवन जरूर करें। इसके अलावा सरकार टीबी रोगियों को इलाज के दौरान पोषण के लिए निक्षय पोषण योजना के तहत हर माह 500 रुपये सीधे बैंकखाते में भेजती है। इसका उपयोग खाद्य पदार्थों के खरीदने में ही करें।
प्लान इंडिया की प्रतिनिधि वैशाली एवं शोभिता ने बताया कि गोद लिए गए टीबी मरीजों को इलाज के दौरान हर माह पौष्टिक खाद्य पदार्थ देने के साथ ही वजन लिया जाता है और पौष्टिक खाद्य पदार्थों के सेवन के बारे में सलाह दी जाती है।
इस मौके पर स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी शशिभूषण, बीसीपीएम प्रद्युम्न कुमार मौर्य, टीबीएचवी सुधीर अवस्थी, वरिष्ठ उपचार पर्यवेक्षक सुजीत कुमार, मनीष कुमार सिंह, लैब टैक्नीशियन और सीएचसी के कर्मचारी उपस्थित रहे।
इसी क्रम में प्लान इंडिया ने माल सीएचसी पर 34 एवं मलिहाबाद सीएचसी पर 39 क्षय रोगियों को गोद लिए एवं पोषण सामग्री प्रदान की। यह जानकारी देते हुए एनटीईपी के कार्यक्रम समन्वयक दिलशाद हुसैन ने बताया कि मंगलवार को जनपद में प्लान इंडिया द्वारा तीन सीएचसी पर कुल 112 टीबी मरीजों को गोद लिया गया है। उन्होंने बताया कि जनपद में टीबी की जांच के लिए 28 टीबी यूनिट, 52 टीबी डायग्नोसिस सेंटर(टीडीसी), पांच सीबीनॉट 13 ट्रूनॉट और चार डीआर सेन्टर हैं। टीबी के लक्षण दिखते ही पास के स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर जांच कराएं, इसे छिपाएं नहीं।