मुंबई - कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर और इसके नए वेरिएंट ओमिक्रोन के बढ़ते खतरे को देखते हुए सरकार 15 साल से 18 साल तक बच्चो के टीकाकरण और वैक्सीन के बूस्टर डोज देने की तैयारी में है। बूस्टर डोज और बच्चों के टीकाकरण को लेकर पालघर जिले में भी तैयारी पूरी कर ली गई है। फिलहाल यह बूस्टर डोज फ्रंटलाइन वर्कर्स एवं हेल्थ वर्कर्स के साथ-साथ 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को ही दिया जाएगा।
कोरोना की पहली और दूसरी लहर में अहम भूमिका निभाने वाले स्वास्थ्य कर्मचारियों के साथ-साथ फ्रंट लाइन वर्करों को बूस्टर डोज से प्रतिरक्षित करने की विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है। ऐसे लोगों को ही बूस्टर डोज दी जाएगी। जो 60 साल की उम्र के है। और उन्हें दूसरी डोज लिए 9 महीने व 39 हप्ते का समय हो गया है।
ओमिक्रोन के खतरे के बीच सरकार ने बच्चों को कोराना का टीका लगाने की घोषणा कर दी है। पालघर जिले में बच्चों को टीकाकरण के लिए तैयारी हो गई है। फिलहाल 15 से 18 वर्ष के बच्चों को टारगेट किया गया है। इनकी संख्या 1 लाख 68 हजार के आसपास बताई जा रही है। बच्चों को सिर्फ कोवैक्सीन का विकल्प उपलब्ध होगा। इन सभी को टीकाकरण के लिए आधार कार्ड लाना अनिवार्य होगा। इसके साथ ही वह सभी नियम लागू होंगे जो पहले से लागू हैं। ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करके सभी को कोविन ऐप से जोड़ा जाएगा।
जिला स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टर मिलिंद चौहाण ने बताया कि बच्चों के टीकाकरण के लिए तैयारी पूरी कर ली गई है। आश्रम स्कूलों और जिला परिषद के स्कूलों में टीकाकरण के लिए केंद्र बनाए गए है। बच्चों के टीकाकरण अभियान को लेकर पालघर जिला प्रशासन और वसई-विरार मनपा ने जागरुकता अभियान शुरू किया है। इससे टीके को लेकर व्याप्त भ्रांतियां दूर होगी।