“हां! हम खत्म कर सकते हैं टीबी” थीम के साथ मना विश्व क्षय रोग दिवस



  • विश्व क्षय रोग दिवस के उपलक्ष्य में संगोष्ठी आयोजित

लखनऊ - राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम (एनटीईपी) के तहत विश्व क्षय (टीबी) रोग दिवस के उपलक्ष्य में बृहस्पतिवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में संगोष्ठी एवं जन जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मनोज अग्रवाल ने कहा कि साल 2025 तक क्षय उन्मूलन तभी संभव है जब अधिक से अधिक संख्या में सम्भावित टीबी रोगियों की पहचान की जाए । शहरी क्षेत्र में मलिन बस्तियों में स्क्रीनिंग पर जोर  देने को कहा। उन्होंने कहा कि विश्व क्षय रोग दिवस की थीम के अनुसार मेरा भी यही कहना है कि-हाँ! हम टीबी खत्म कर सकते हैं।

राज्य क्षय रोग नियंत्रण कार्यक्रम अधिकारी डा. शैलेंद्र भटनागर ने कहा कि लखनऊ में भी जो भी पहल की जाती है वह अन्य जिलों के लिए रोल मॉडल होती है, इसलिए क्षय उन्मूलन में भी जनपद को रोल मॉडल बनाएं। उन्होंने भी अधिक से अधिक संख्या में टीबी रोगियों की स्क्रीनिंग करने पर जोर दिया।

जिला क्षय रोग अधिकारी डा. अतुल कुमार सिंघल ने क्षय रोग के लक्षणों की जानकारी देते हुए बताया कि दो हफ्ते से ज्यादा खांसी आना, बुखार आना, वजन कम होना, रात में पसीना आना और भूख कम लगना टीबी के लक्षण हैं। बाल, नाखून और दांतों के इनेमल को छोड़कर शरीर के किसी भी अंग में टीबी हो सकती है | इसके  साथ ही उन्होंने जनपद में चल रहे क्षय उन्मूलन कार्यक्रम की विस्तार से जानकारी दी। इस मौके पर टीबी चैंपियन सुनीता कुमारी ने अपने अनुभव साझा किए ।

इस अवसर  पर बेहतर काम करने के लिए किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी, मॉल और मलिहाबाद टीबी इकाई (टीयू) के सदस्यों, टीबी चैंपियन सुनीता कुमारी और सुशीला, संदीप मौर्य, सीनियर ट्रीटमेंट सुपरवाइजर (एसटीएस) अभय चंद्र मित्रा को  प्रशस्ति पत्र व प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया । इसके साथ ही विभाग का सहयोग करने के लिए स्वयंसेवी संस्थाओं सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च (सीफॉर), वर्ल्ड विजन, पावर विंग्स फाउंडेशन, प्लान इंडिया, हयात नर्सिंग इंस्टीट्यूट और मेदांता ट्रस्ट को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित भी किया गया।  

इस मौके पर  एनटीईपी के सदस्य,नगरीय टीबी यूनिट के कर्मचारी सहित नगरीय सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों के अधीक्षक, स्वास्थ्य अधिकारी और सहयोगी संस्थाओं जीएलआरए, स्वयंसिद्धा, वर्ल्ड विजन, सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च (सीफॉर), प्लान इंडिया, हयात नर्सिंग इंस्टीट्यूट, पावर विंग्स फाउंडेशन, स्वर्ग, सीआरएस और मेदांता ट्रस्ट के प्रतिनिधि उपस्थित रहे ।