उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग द्वारा कल 16 मई को विश्व कृषि-पर्यटन दिवस पर आईजीपी में सेमिनार का आयोजन



लखनऊ। उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग द्वारा ‘17वें विश्व कृषि पर्यटन दिवस’ के अवसर कल 16 मई को लखनऊ के गोमती नगर स्थित इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान में एक कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। कार्यक्रम में कृषि, एग्रों पर्यटन के प्रतिभागियों और स्टेकहोल्डर्स के साथ विभिन्न राज्यों के जाने-माने वक्ता और विशेषज्ञ, कृषि-ग्रामीण पर्यटन पर अपने अनुभव साझा करेंगे। पर्यटन विभाग द्वारा उपलब्ध करायी गयी जानकारी के अनुसार इस कार्यक्रम का उद्घाटन विशेष सचिव पर्यटन, ईशा प्रिया करेंगी, जबकि विशेष उद्बोधन प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति, मुकेश कुमार मेश्राम द्वारा किया जायेगा।

इस कार्यक्रम का उद्देश्य प्रदेश में कृषि और ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देना है। उत्तर प्रदेश में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं और ग्रामीण पर्यटन का चलन तेजी से बढ़ रहा है। पिछले दो वर्षों से यूपी घरेलू पर्यटन में देश में अव्वल रहा है। उत्तर प्रदेश में ग्रामीण कृषि-पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। राज्य में देश के सबसे अधिक गाँव हैं और हर गांव एक अनूठा अनुभव प्रदान करता है। पर्यटन विभाग ने ग्रामीण पर्यटन विकास के लिए राज्य के 75 जिलों, 18 मंडलों में से 229 गांवों को चयनित किया गया है। इन ग्रामों में पर्यटकों के ठहरने की व्यवस्था स्थानीय समुदाय द्वारा होमस्टे के रूप में प्रदान की जा रही है। प्रदेश के गांवों में पर्यटकों हेतु बहुत से आकर्षण जैसे कि विभिन्न ऐतिहासिक धरोहरों, वन्य जीव पर्यटन, सांस्कृतिक, पौराणिक रोमांचक गतिविधियां आदि शामिल हैं।  स कार्यक्रम दौरान प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों से अतिथियों को आमंत्रित किया गया है। सत्र के प्र्तहम चरण में विशेष सचिव, गृह, उत्तर प्रदेश सरकार (एक्सपर्ट मनरेगा) योगेश कुमार, MANREGA द्वारा ग्रामीण पर्यटन सुविधाओं के विकास विषय पर प्रकाश डालेंगे। उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन की एमडी, दीपा रंजन मिशन और ग्रामीण पर्यटन के सतत विकास पर अपनी राय रखेंगी।

कार्यक्रम में पशुपालन विभाग के निदेशक डॉ रघु नाथ, उत्तर प्रदेश उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग के निदेशक, डॉ अतुल कुमार सिंह भी परिचर्चा में भाग लेंगे। वही दूसरे चरण में कृषि-ग्रामीण पर्यटन के प्रतिभागी मनीषा पांडे (संस्थापक निदेशक, विलेज वेस ट्रेवल, अल्मोड़ा और हिमाचल से आए (नॉट ऑन मैप के संस्थापक) कुमार अनुभव, बकरी छाप एग्रों के रूपेश राय, ग्लोबल हिमालयन के प्रकाश लूमबा, विलो टेल के सौमेन कुमार, बैक टू विलेज के मनीष कुमार अपने विचार रखेंगे। बाराबंकी के पद्मश्री किसान राम शरण वर्मा के साथ गुलमोहर इको विलेज के दीपक गुप्ता, पर्फ्यूम टूरिज़म के प्रणव कपूर और माइ माम्स विलेज के शैलेंद्र सिंह इस परिचर्चा में शामिल होंगे।

पर्यटन विभाग की तरफ से कृषि-ग्रामीण पर्यटन के क्षेत्र में अनुकरणीय प्रयास करने वाले कुछ चयनित लोगों को उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए 'प्रशंसा प्रमाणपत्र' देकर सम्मानित किया जायेगा।