लखनऊ - उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अमृत स्नान पर्व ‘बसंत पंचमी’ के अवसर पर व्यवस्थाओं को ‘जीरो एरर’ रखने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बसंत पंचमी के दिन सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त होनी चाहिए। बसंत पंचमी को लेकर अभी एक दिन का समय है, सभी व्यवस्थाओं की समीक्षा कर विभागीय और अंतर्जनपदीय समन्वय बनाकर आयोजन को सफल बनाएं। शनिवार को प्रयागराज में बसंत पंचमी की तैयारियों की समीक्षा करते हुए उन्होंने निर्देश दिए कि बसंत पंचमी के अवसर पर पूज्य अखाड़ों की पारंपरिक शोभायात्रा धूमधाम से निकलेगी, इसके लिए सभी आवश्यक तैयारियां समय से कर ली जाएं।
उन्होंने कहा कि पूज्य संतगण हों, कल्पवासी हों, देश भर से आए श्रद्धालु हों या देशी-विदेशी पर्यटक, हर एक की सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित होनी चाहिए। शोभायात्रा का रूट और समय हो या सामान्य स्नानार्थियों के आवागमन का मार्ग, हर बिंदु पर पुख्ता कार्य योजना होनी चाहिए। किसी भी स्तर पर चूक की कोई गुंजाइश नहीं होनी चाहिए। स्नानार्थियों के आवागमन का मार्ग, हर बिंदु पर पुख्ता कार्ययोजना होनी चाहिए। किसी भी स्तर पर चूक की कोई गुंजाइश नहीं होनी चाहिए।
बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि पार्किंग स्पेस को बढ़ाया जाए और ऐसी व्यवस्था सुनिश्चित करें कि संगम स्नान को आने वाले श्रद्धालुओं को कम से कम चलना पड़े। उन्होंने ये भी निर्देश दिया कि महत्वपूर्ण स्थलों पर एसपी लेवल के अधिकारियों को ट्रैफिक व्यवस्था की जिम्मेदारी सुनिश्चित की जाए। यदि पार्किंग कम लगती है तो आसपास के किसानों से जमीन लेकर वहां पार्किंग की स्पेस बढ़ाना सुनिश्चित करें। किसी भी स्थिति में प्रमुख स्नान पर्वों पर पब्लिक को बहुत अधिक पैदल न चलना पड़े।
मुख्यमंत्री ने परिवहन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया कि बसों को तिरछा या बेतरतीब खड़ा न होने दें, इससे जाम की स्थिति पैदा होती है। लोगों की आवाजाही बाधित नहीं होनी चाहिए। सीएम ने कहा कि अतिक्रमण भी दुर्घटना का कारण बनता है। ऐसे में स्ट्रीट वेंडर्स सड़क पर न दिखाई दें, उन्हें उत्तर साइड में स्थान दें। मार्गों पर नियमित रूप से पुलिस की पेट्रोलिंग की जाए, क्रेन्स और एम्बुलेंस की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।