दानवीर भामाशाह जयंती पर लखनऊ व्यापार मंडल ने समाजसेवियों को किया सम्मानित



लखनऊ(डेस्क)। लखनऊ व्यापार मंडल द्वारा दानवीर भामाशाह जयंती के अवसर पर रविवार को एक भव्य सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता मंडल के चेयरमैन राजेंद्र कुमार अग्रवाल ने की, जबकि संचालन वरिष्ठ महामंत्री पवन मनोचा ने किया।

समारोह की शुरुआत भामाशाह की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन करने के साथ हुई। इस अवसर पर व्यापार मंडल ने समाज सेवा में उल्लेखनीय योगदान देने वाले लखनऊ के व्यापारियों को "दानवीर भामाशाह सम्मान" से सम्मानित किया। चेयरमैन राजेंद्र अग्रवाल ने मंच से कहा कि भामाशाह न केवल अपार संपत्ति के दानदाता थे, बल्कि उन्होंने त्याग, अपरिग्रह और मातृभूमि के प्रति समर्पण की भावना को समाज में जागृत किया। उन्होंने बताया कि जिन व्यापारियों ने निःस्वार्थ भाव से समाज सेवा में योगदान दिया है, उन्हें मंडल की ओर से अंगवस्त्र, माला और मोमेंटो भेंट कर सम्मानित किया गया।

सम्मानित होने वालों में विशाल चौरसिया, रिंकू यादव, सुधीर शंकर हलवासिया, विजय कुमार छाबड़ा, अनिल विरमानी, सतीश शर्मा, राकेश छाबड़ा, चंद्र प्रकाश अग्रवाल, इंदरजीत सिंह, सुशील अबरोल, सुरेश कुमार, निर्मल सिंह, रविंद्र गुप्ता, टीपीएस अनेजा, सुरेश तेजवानी, मनीष वर्मा, सतनाम सिंह, मोहम्मद हसीब ‘बबलू’, अभिषेक चौहान, डॉ. गिरीश, महिला विंग की अध्यक्ष निहारिका सिंह, डॉ. नित्या वर्मा, कृतिका माथुर सहित लगभग 70 से अधिक व्यापारी, समाजसेवी और संगठन पदाधिकारी शामिल रहे।

कार्यक्रम में व्यापार मंडल के कोषाध्यक्ष देवेंद्र गुप्ता ने कहा कि जो लोग धन का उपयोग समाजहित में करते हैं, उन्हें ही सच्चे अर्थों में दानवीर भामाशाह कहा जाता है। महामंत्री उमेश शर्मा, अनुराग मिश्रा और अभिषेक खरे ने संयुक्त रूप से कहा कि भामाशाह की जयंती प्रेम, त्याग और देशभक्ति का स्मरण करने का अवसर है। उन्होंने समाज में स्थायी सामाजिक सेवा कार्यों को जनभागीदारी के साथ आगे बढ़ाने की अपील की।कार्यक्रम में महामंत्री सुहेल हैदर अल्वी, जितेंद्र सिंह चौहान, युवा अध्यक्ष मनीष गुप्ता, वरिष्ठ महामंत्री सुमित गुप्ता और प्रियाक गुप्ता ने भी विचार व्यक्त किए। इस दौरान लखनऊ व्यापार मंडल के कई पदाधिकारी, गणमान्य व्यापारी और सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

व्यापार मंडल के अध्यक्ष अमरनाथ मिश्र भले ही विदेश प्रवास पर होने के कारण समारोह में शरीक न हो सके, लेकिन उन्होंने अपना संदेश भेजते हुए कहा कि भामाशाह सम्मान का उद्देश्य समाज में परोपकार, सौहार्द और देशभक्ति की भावना को सशक्त करना है। यह समारोह समाज में सेवा और समर्पण की परंपरा को नई ऊंचाई देने का एक सार्थक प्रयास सिद्ध हुआ।