भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा का शुभारंभ, ओडिशा के मुख्यमंत्री माझी बोले - सर्व कल्याण की प्रार्थना करता हूं



नई दिल्ली / भुवनेश्वर(डेस्क) - ओडिशा समेत आज पूरा देश जय जगन्नाथ के जयकारों से गूंज रहा है। पुरी में भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा की शुरुआत हो चुकी है।

मंगल आरती और विधि विधान पूजा के बाद भगवान जगन्नाथ को नंदी घोष रथ, देवी सुभद्रा को दर्पदलन और बलभद्र को तालध्वज रथ पर विराजित किया गया, रथ पर विराजित करने के बाद भगवान का समर्पण तिलक किया गया। इसके साथ ही पुरी राजपरिवार के गजपति दिव्य सिंह देव ने रथ के आगे सोने के झाडू से बुहारा लगाकर रथ यात्रा की शुरुआत की गयी । रथ से भगवान जगन्नाथ अपने भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के साथ करीब 3 किलोमीटर दूर गुंडिचा मंदिर जाते हैं।

ये उनकी मौसी का घर माना जाता है। यहां भगवान सात दिन विश्राम करते हैं जिसे बहुड़ा यात्रा कहा जाता है। यह रथ यात्रा हर साल आषाढ़ शुक्ल द्वितीया पर शुरू होती है और नौ दिन तक चलती है। रथ यात्रा के अंतिम दिन 'सुनाबेसा' की रस्म होती है, जिसमें भगवान को सोने के आभूषणों से सजाया जाता है।