नेशनल पीजी कॉलेज में Q - CLUB द्वारा स्वास्थ्य परामर्श एवं परीक्षण का आयोजन



लखनऊ - आज नेशनल पी.जी.कॉलेज, लखनऊ  के प्राचार्य  प्रोफेसर देवेंद्र कुमार सिंह एवं डॉ रीना श्रीवास्तव तथा डा. अर्चना सिंह मास्टर ट्रेनर सिफ्सा के मार्गदर्शन में यूथ काउंसलिंग सेंटर  Q-Club (SIFPSA) द्वारा स्वास्थ्य परामर्श एवं परीक्षण  का आयोजन हुआ l कार्यक्रम का प्रारंभ डॉ मिथिलेश चतुर्वेदी , MBBS, DGO, KGMC को महाविद्यालय के प्राचार्य द्वारा पुष्पगुच्छ भेंट कर हुआ l अपने स्वागत उद्बोधन के समय प्राचार्य जी ने छात्रों को संबोधित करते हुए अल्फा जनरेशन के बारे में बताया तथा उन्होंने कहा कि आप चुनौतियों को स्वीकार करते हुए अपना लक्ष्य निर्धारित करें l अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखते हुए अपने उद्देश्यों की पूर्ति करें l दूसरे के बहकावे में ना आए  तथा मौलिक सिद्धांतों का ध्यान रखें l

डॉ मिथिलेश चतुर्वेदी डायरेक्टर जनरल फैमिली वेलफेयर एंड मेडिकल हेल्थ(Retd.) गवर्नमेंट ऑफ यूपी ने अपने परामर्श सत्र के दौरान पीपीटी के माध्यम से महिलाओं एवं शिशु के स्वास्थ्य पर चर्चा करते हुए कहा की महिलाओं को अपने पोषण एवं व्यायाम पर बहुत ध्यान देना चाहिए साथ ही उन्होंने गर्भावस्था के दौरान अति जोखिम वाले  मामलों से सचेत रहने, गर्भ में पल रहे शिशु को नुकसान से बचाने के लिए एवं पूर्व प्रसव तथा प्रसवोत्तर प्रसव ,माहवारी, स्वच्छता,गैर संचारी रोग , प्रजनन स्वास्थ्य, टीकाकरण तथा सरकार द्वारा चलाई जा रही महिला एवं बाल स्वास्थ्य संबंधी योजनाओं, JSY, JSKK, SUMAN, MAA, PMMVY, PMSMY की विस्तृत जानकारी दी l उन्होंने कहा कि गर्भवती महिला को धूम्रपान से दूरी बनाकर रहना चाहिए l

डॉ अर्चना सिंह ने यौन जनित संक्रमण , एचआईवी /एड्स एवं स्वास्थ्य संबंधी कानूनों पर जानकारी दी, साथ ही कहा कि मेडिकल टर्मिनेशन आफ प्रेगनेंसी अधिनियम में हुए बदलाव के कारण अब चिकित्सकों की सलाह से भ्रूण के विकास में आई किसी समस्या पर 24 सप्ताह तक गर्भपात कराना कानूनी रूप से मान्य है उन्होंने बताया की पीसीपीएनडीटी अधिनियम से कन्या भ्रूण हत्या रोकने में काफी हद तक सफलता मिली है l

डॉ रीना श्रीवास्तव ने कहा कि Q Club की स्थापना पियर एजुकेटर को  स्वास्थ्य संबंधी जानकारी देना और पीयर्स के माध्यम से समाज में महिला एवं शिशु स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता फैलाना है  साथ ही उन्होंने डेंगू या चिकनगुनिया की वजह से गर्भवती महिलाओं पर होने वाले दुष्प्रभावों के बारे में चर्चा की l इस कार्यक्रम में महाविद्यालय के शिक्षक डॉ सुरेंद्र मणि त्रिपाठी, विभागाध्यक्ष राजनीति शास्त्र, डॉक्टर अमिताभा यादव, विभागाध्यक्ष b.voc, डॉ पुनीत कनौजिया असिस्टेंट प्रोफेसर वाणिज्य विभाग, शिक्षणेत्तर कर्मचारी, मीडिया तथा बड़ी संख्या में छात्र-छात्राए , एनएसएस स्वयंसेवक एवं पियर एजुकेटर उपस्थित  रहे l परामर्श सत्र के बाद डॉ मिथिलेश चतुर्वेदी ने छात्र-छात्राओं की समस्याओं को सुना तथा दवाएं लिखी l हीमोग्लोबिन की जांच तथा भार मापन भी किया गया l जिसमें कई छात्र-छात्राएं एनीमिया से ग्रसित तथा कम भार वाली पाई गई l कार्यक्रम का संचालन डॉ अर्चना सिंह ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन डॉ रीना श्रीवास्तव द्वारा दिया गया l