मन में ना पालें कोई भ्रम - कोविड टीके में है पूरा दम : अपर निदेशक



  • शत-प्रतिशत स्वास्थ्य कर्मियों को लगेगा  टीका : सीएमओ
  • सीफॉर के सहयोग से स्वास्थ्य संचार सुदृढ़ीकरण कार्यशाला आयोजित
  • सीएमओ बोले - वैक्सीन लगवाने के बाद भी रहें सतर्क व सजग

कानपुर नगर,  2 फ़रवरी 2021 - कोविड का टीका पूरे मानकों का पालन करते हुए तैयार किया गया है और परीक्षण में खरा उतरने के बाद ही इसे लोगों को लगाया जा रहा है । इसलिए लोगों को टीका को लेकर कोई भ्रम नहीं पालना चाहिए क्योंकि इसका टीका सबसे पहले हम चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मियों को ही लगाया जा रहा है । यह बात अपर निदेशक, चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण डॉ. जी. के. मिश्रा ने मंगलवार को स्वयंसेवी संस्था सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च (सीफॉर) के सहयोग से जनपद के स्थानीय होटल में आयोजित स्वास्थ्य संचार सुदृढ़ीकरण कार्यशाला के दौरान कही ।

इस मौके पर  मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अनिल मिश्र ने 4 और 5 फ़रवरी को टीकाकरण शत- प्रतिशत तक पहुंचाने मे मीडिया से सहयोग की अपेक्षा की । साथ ही स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देश दिया कि 4 और 5 फ़रवरी को होने वाले  दौर में शत-प्रतिशत टीकाकरण करायें  ताकि वैक्सीन जब आमजन तक पहुंचे तो किसी को वैक्सीन को लेकर किसी भी तरह की शंका न हो ।

इस अवसर पर अपर निदेशक ने कहा कि कोविड-19 से लोगों को सुरक्षित करने को लेकर स्वास्थ्य विभाग शुरू से ही सतर्क रहा है | उन्होंने कहा कि पूरे कोरोना काल में स्वास्थ्य विभाग, पुलिस कर्मियों और फ्रंट लाइन वर्कर्स की तरह ही मीडिया कर्मियों ने भी समाज को जागरूक करने का जो कार्य किया है, वह सराहनीय रहा है । इसके लिए मीडिया की जितनी तारीफ़ की जाए वह कम है ।

इस अवसर पर सीएमओ ने बताया कि  प्रथम चरण में  हेल्थ केयर वर्कर्स का टीकाकरण चल रहा रहा है, दूसरे चरण में पांच फरवरी से फ्रंट लाइन वर्कर्स का टीकाकरण शुरू होगा और तीसरे चरण में 50 साल से अधिक आयु के लोगों का टीकाकरण होगा । उन्होंने कहा कि जनपद में अगर वैक्सीन लगवाने के बाद किसी को कोई भी परेशानी होती है तो उसके लिए हमारे पास 6 बेड आईसीयू में उपलब्ध हैं। उन्होंने कहा कि – हालाँकि टीका लगने के बाद हल्का बुखार या चक्कर आता है तो उससे घबराना नहीं चाहिए क्योंकि यह लक्षण लोगों में आम टीका लगने के बाद भी देखने को मिलता है |

कार्यशाला  में  स्वास्थ्य विभाग के समस्त अधिकारी, स्वयंसेवी संस्था विश्व स्वास्थ्य संगठन, यूनिसेफ और यूएनडीपी के प्रतिनिधि तथा जनपद के मीडिया कर्मी मौजूद रहे।

सीएमओ ने साझा किया अपना अनुभव : वर्कशॉप में मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि  16 जनवरी को उन्होंने कोरोना वैक्सीन लगवाई थी । अपने अनुभव साझा करते हुए  उन्होंने कहा कि उन्हें एक बार भी इस बात का ख्याल नहीं आया कि वैक्सीन लेने से कोई दिक्कत हो सकती है। वैक्सीन लेने के बाद से लेकर अब तक वह वैसा ही महसूस कर रहे हैं, जैसा पहले महसूस करते रहे हैं।  

मीडिया के सवाल अधिकारियों के जवाब : कार्यशाला में मीडिया कर्मियों ने कई सवाल भी किए,  जिनके अधिकारियों द्वारा जवाब दिये गए - जैसे मीडिया कर्मियों ने पंजीकरण की प्रक्रिया के बारे में पूछा । इस संबंध में अपर निदेशक ने कहा कि कोविन एप के जरिये  प्रथम चरण के लाभार्थियों का टीकाकरण किया जा रहा है, आम जनता के टीकाकरण की प्रक्रिया की अभी शासन स्तर से गाइडलाइन जारी नहीं हुई है। मीडिया कर्मियों ने गर्मी के मौसम में कोरोना वैक्सीन को सुरक्षित रखने के बारे में सवाल किया। इस पर सीएमओ ने बताया कि वैक्सीन को सुरक्षित रखने में जनपद के आईएलआर सक्षम हैं। एक मीडिया कर्मी ने प्रथम चरण के दो दौर निपटने के बावजूद टीकाकरण का प्रतिशत कम होने का सवाल किया तो फिर से अपर निदेशक ने इसका जवाब देते हुए कहा कि यह बात सही है कि प्रतिशत कम है, लेकिन   शत-प्रतिशत टीकाकरण कराने की पूरी कोशिश की जाएगी। मीडिया कर्मी ने शहरी क्षेत्र के मुकाबले ग्रामीण क्षेत्र में ज्यादा संख्या में टीकाकरण होने का सवाल किया तो सीएमओ डॉ.मिश्रा ने कहा कि विभाग इसकी निगरानी कर रहा है, अगले दौर में प्रतिशत में इजाफा होगा।

इस अवसर पर सीफॉर संस्था की राज्य प्रतिनिधि रंजना द्विवेदी और कानपुर मंडल समन्वयक राशि गुप्ता, जिला समन्वयक प्रीति पाण्डेय, अनुपम मिश्रा व रतीश कुमार द्विवेदी ने कार्यशाला में उपस्थित पत्रकार साथियों के प्रति आभार जताया ।