गोरखपुर (न्यूज़ डेस्क) - आधुनिक तकनीकी गैस इंसुलेटेड सिस्टम (जीआईएस) वाला पूर्वांचल का पहला बिजली घर बनाए जाने का काम कुछ दिनों पहले से शुरू है। उपकेंद्र में लगाए जाने वाले 80-80 एमवीए की क्षमता वाले दो पॉवर ट्रांसफार्मर से 33 केवी के करीब 25 विद्युत उपकेंद्रों को बिजली दी जा सकेगी। ढाई से तीन लाख बिजली उपभोक्ताओं को इसका सीधा लाभ मिलेगा। इसके लिए शासन ने 118 करोड़ रुपये स्वीकृत किये तो जीडीए ने अपनी जमीन की रजिस्ट्री बिजली विभाग के नाम कर निर्माण की राह को आसान कर दिया।
बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 08 अक्तूबर 2020 को ही 118 करोड़ रुपये की इस परियोजना का का शिलान्यास कर दिया था। बिजली घरों तक सप्लाई रूट निर्धारित न होने से हुई देर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा इसका शिलान्यास करने के बाद बजट भी स्वीकृत हो गया था, बावजूद इसके निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया था।
वहीं, सर्वेक्षण के बाद चार किलोमीटर तक की लाइन का इस्टीमेट तैयार है। दो किलोमीटर तक रिहायशी इलाके के पास मोनोपोल लगाकर ट्रांसमिशन से लाइन ले जाया जाएगा। इसके अलावा दो किलोमीटर अंडरग्राउंड केबल ले जाने का प्रस्ताव है।