एअर इंडिया के पायलटों के एक वर्ग ने शुक्रवार को कोरोना की वजह से दम तोड़ने वाले किसी भी पायलट के परिवार के लिए केंद्र सरकार के नियमों के अनुरूप मुआवजे और परिवार के एक व्यक्ति को नौकरी देने की मांग की है।
इंडियन पायलट्स गिल्ड (आईपीजी) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे एक पत्र में अपील की है कि कोविड या कोविड के बाद की तकलीफों के कारण स्थायी या अस्थायी रूप से चिकित्सा दृष्टि से अनफिट होने वाले किसी भी पायलट को सामान्य कवरेज से चार गुना ज्यादा सुविधायें दी जानी चाहिए।
संगठन ने कहा कि वंदे भारत मिशन या एयर बबल समझौतों के तहत उड़ानों का संचालन करते समय पायलट संक्रमण के आसन्न बढ़ते खतरे का सामना कर रहे हैं। संगठन ने दावा किया कि अब तक कोविड-19 की वजह से एअर इंडिया के करीब पांच पायलटों की मौत हो चुकी है और 460 को संक्रमण हो चुका है। वहीं 30 से ज्यादा पायलटों को अस्पताल में भर्ती होना पड़ा है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पत्र की प्रतियां केंद्रीय वित्त मंत्री, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री, नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), नागरिक उड्डयन महानिदेशक और साथ ही एअर इंडिया के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक को भी भेजी गयी हैं। इसमें कहा गया है, 'हम किसी भी पायलट के कोविड के संपर्क में आने पर मौत हो जाने पर उसके परिवार के लिए तुरंत और अंतरिम उपाय के तौर पर उसे अग्रिम मोर्चे पर काम करने वाला कर्मचारी मानते हुए भारत सरकार की नीति के अनुरूप मुआवजा दिया जाना चाहिए। यह मुआवजा किसी भी अन्य व्यक्तिगत या समूह बीमा के अलावा होना चाहिए'।